
निसर्ग संकट के बीच बीएमसी ने जारी किए निवासियों के लिए दिशा-निर्देश
खास बातें
- BMC ने मुंबईवासियों के लिए जारी किए टिप्स
- जरूरी कागज़ातों और आभूषणों को प्लास्टिक बैग में रखें : बीएमसी
- टीवी और रेडियो पर आधिकारिक निर्देशों पर ध्यान दें : बीएमसी
चक्रवाती तूफान निसर्ग (Cyclone Nisarga) महाराष्ट्र और गुजरात के तटों की ओर तेजी से बढ़ रहा है और आज दोपहर में मुंबई से 100 किलोमीटर दूर अलीबाग में इससे भूस्खलन (Landfall) होने की उम्मीद है. मौसम विभाग का कहना है कि 12 घंटे में चक्रवाती तूफान निसर्ग एक विकराल चक्रवाती तूफान में बदल जाएगा. इस दौरान, भारी बारिश और 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी. बीती एक सदी (100 साल) में ये पहला चक्रवाती तूफ़ान है जो महाराष्ट्र के तट से टकराएगा. कोरोना की मार झेल रहे मुंबई और उसके आसपास के जिलों को निसर्ग के संभावित खतरे को देखते हुए हाई अलर्ट पर रखा गया है. मुंबई में कोरोना महामारी के 41,000 से ज्यादा मामले आए हैं.
यह भी पढ़ें
प्रियंका चोपड़ा ने चक्रवाती तूफान निसर्ग को लेकर जताई चिंता, बोलीं- मेरी मां और भाई के साथ वहां...
मुंबई से टकराने वाला है निसर्ग चक्रवात, Photo शेयर कर माधुरी दीक्षित ने दिखाई तूफान से पहले की शांति
Cyclone Nisarga चक्रवाती तूफान निसर्ग : मुंबई अलर्ट, क्या दिल्ली, बिहार-झारखंड, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश में भी होगा असर
निसर्ग तूफान को देखते हुए बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) ने नागरिकों के लिए क्या करें और क्या करने से बचे इसे लेकर सूची जारी की है.
क्या करने की सलाह-
- जरूरी कागज़ातों और आभूषणों को प्लास्टिक बैग में रखें
- बैटरी से चलने वाले उपकरणों के साथ रिजर्व पावर सिस्टम का नियमित निरीक्षण
- टीवी और रेडियो पर आधिकारिक निर्देशों पर ध्यान दें
- आपात स्थिति में उठाए जाने वाले कदमों का अभ्यास करें
- यदि आप मिट्टी के घर / झोपड़ी में नहीं रहते हैं, तो घर के एक हिस्से को आपातकालीन आश्रय के रूप में चुनें और घर के सदस्य चक्रवात के दौरान उस जगह का उपयोग कैसे करेंगे इसका अभ्यास करें.
- एक आपातकालीन किट तैयार रखें
- खिड़कियों से दूर रहें. कुछ खिड़कियां बंद करें और कुछ खुली रखें ताकि दबाव बना रहे.
- कमरे के केंद्र में रहें. कमरे के कोनों से दूर रहें क्योंकि अक्सर कोनों में मलबा जमा हो जाता है.
- मजबूत फर्नीचर जैसे कि स्टूल या भारी टेबल या डेस्क के नीचे रहें.
- सिर और गर्दन की सुरक्षा के लिए अपने हाथों का उपयोग करें
- ऑडिटोरियम या शॉपिंग मॉल जैसे स्थानों से बचें.
- पूर्वनिर्धारित या प्रशासन निर्धारित स्थान पर जाएं.
- सभी गैर-जरूरी उपकरणों और टूल्स की बिजली सप्लाई बंद करें.
- पीने का पानी साफ जगह पर स्टोर करें.
- फंसे हुए या घायल लोगों की मदद करें. जरूरत पड़ने पर प्राथमिक उपचार दें.
- एयर लीक की जांच करें. यदि आपको गैस लीक होने की बदबू आती है या कोई आवाज सुनाई देती है, तो तुरंत खिड़कियां खोलें और इमारत से बाहर निकलें. यदि संभव हो, तो गैस वाल्व बंद करें और गैस कंपनी को रिपोर्ट करें.
- बिजली के उपकरणों की जांच करें. यदि किसी तरह का स्पार्क, नंगे तार या रबड़ जलने की गंध आए तो बिजली आपूर्ति बंद कर दें और इलेक्ट्रीशियन को बुलाएं.
- शारीरिक रूप से विकलांग, बुजुर्ग, पड़ोसी और बच्चों की आवश्यकता पड़ने पर मदद करें.
क्या नहीं करने की दी सलाह
- अफवाहों पर भरोसा करने और फैलाने से बचें.
- चक्रवात के दौरान वाहन को चलाने या फिर किसी वाहन में सवारी की कोशिश न करें.
- क्षतिग्रस्त इमारतों से दूर रहें.
- घायल लोगों को दूसरी जगह तब तक शिफ्ट नहीं करें जब तक कि ऐसा करना बिल्कुल सुरक्षित न हो. इससे अधिक नुकसान हो सकता है.
- तेल और अन्य ज्वलनशील पदार्थों को फैलने से रोकें. तुरंत साफ करें.