
च्रकवाती तूफान निसर्ग बुधवार की दोपहर मुंबई से कुछ दूर स्थित अलीबाग से टकरा गया.
खास बातें
- अलीबाग से टकराया चक्रवाती तूफान निसर्ग
- कई जगहों पर उखड़कर गिरे पेड़, कई रास्ते बंद
- लोगों को दो दिनों तक बाहर न निकलने की चेतावनी
च्रकवाती तूफान निसर्ग बुधवार की दोपहर मुंबई से कुछ दूर स्थित अलीबाग से टकराया. इस दौरान हवाएं इतनी तेज चल रही थीं कि चपेट में आए कई पेड़ दबाव नहीं झेल पाए और जड़ से उखड़ गए. मौसम विभाग की ओर से पहले ही अनुमान जताया गया था कि चक्रवात आने के दौरान 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है. लैंडफॉल के दौरान हवा की रफ्तार इतनी तेज थी कि इस तटीय इलाके में लगे ताड़ के पेड़ों को काफी नुकसान पहुंचा है, वहीं बिजली के खंभे भी इसकी चपेट में आए हैं. बीच के किनारे बहुत से सारे पेड़ उखड़ गए हैं, जिससे रास्ते बंद हो गए हैं.
#CycloneNisargaUpdate
— ѕαtчα prαdhαnसत्य नारायण प्रधान ସତ୍ଯପ୍ରଧାନ-DG NDRF (@satyaprad1) June 3, 2020
DAY 0-3rd June 2020,1400 hrs
As Predicted #CycloneNisarga has fully landed near Alibaug,Raigad Dist of Maharashtra
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बता दें कि अलीबाग मुंबई के आस-पास के इलाकों में रहने वालों के लिए पॉपुलर गेटवे स्टेशन है. अलीबाग अपने रेतीले बीच की वजह से काफी फेमस भी है. मुंबई से अलीबाग के पास मंडवा जेट्टी तक स्पीडबोट से जाने में 20 मिनट लगते हैं. रोड ये यह यात्रा कई घंटों की हो जाती है. यहां बहुत सारे किले, मंदिर और कई सारे सेलेब्रिटीज के बंग्ले हैं. यहीं पर निसर्ग का लैंडफॉल हुआ है. मंगलवार शाम से ही यहां पर बचाव की तैयारियां हो रही थीं. यहां से लोगों को निकालकर सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया था.
मौसम विभाग ने कहा था कि चक्रवात निसर्ग महाराष्ट्र और गुजरात के तटीय इलाकों को हिट करेगा. इस दौरान 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ज्यादा तेज हवाएं चलेंगी और साढ़े छह फीट लहरें उठेंगी. विभाग के अनुसार महाराष्ट्र के चार इलाके- ठाणे, पलगढ़, रायगढ़ और मुंबई- इससे सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे. विभाग ने अगले कुछ घंटों में मुंबई, ठाणे, पुणे और पालघर में तेज बारिश और बाढ़ की आशंका जताई है.
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने लोगों को अगले दो दिनों के लिए घरों से न निकलने की चेतावनी दी है.
बता दें कि मुंबई में लगभग 100 सालों बाद कोई चक्रवाती तूफान आया है. वहीं, पिछले दो हफ्तों में भारत में आने वाला यह दूसरा साइक्लोन है. अभी दो हफ्ते से कम समय पहले ही पश्चिम बंगाल और ओडिशा के कुछ इलाकों में साइक्लोन अम्फान ने तबाही मचाई थी.