
समाजवादी पार्टी प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (फाइल फोटो)
खास बातें
- पिछड़े वर्ग के विद्यार्थियों को आरक्षण नहीं दिया जाना 'अन्याय'
- मेडिकल परास्नातक पाठ्यक्रम के दाखिले में नहीं मिला आरक्षण
- अखिलेश ने ट्वीट कर यह आरक्षण तुरंत लागू करने की मांग की
समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मेडिकल परास्नातक पाठ्यक्रम के दाखिले में अन्य पिछड़े वर्ग के विद्यार्थियों को आरक्षण नहीं दिए जाने को 'अन्याय' करार दिया है. अखिलेश ने बुधवार को ट्वीट कर कहा, 'अखिल भारतीय कोटे के तहत मेडिकल परास्नातक पाठ्यक्रम की भर्ती में अन्य पिछड़ा वर्ग के छात्र-छात्राओं को संविधान प्रदत्त आरक्षण का लाभ नहीं दिया जाना अन्याय है. इस संदर्भ में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय, राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के नोटिस का तत्काल उत्तर दे.'
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उन्होंने इस सिलसिले में प्रकाशित एक खबर टैग करते हुए यह आरक्षण तुरंत लागू करने की मांग की. गौरतलब है कि राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग ने शिकायतें मिलने के बाद स्वास्थ्य मंत्रालय को नोटिस भेजकर पूछा है कि राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा में मंडल आयोग की सिफारिश के अनुरूप अन्य पिछड़े वर्गों को 27 प्रतिशत आरक्षण का लाभ क्यों नहीं दिया जा रहा है. अखिलेश ने एक अन्य ट्वीट करके सरकार से कहा कि वह सुनिश्चित करे कि अब प्रवासी श्रमिकों को उनके गंतव्य तक ले जा रही ट्रेनों में भूख से किसी की मौत न हो.
उन्होंने कहा, 'आशा है रेलवे स्टेशन पर एक बच्चे की अपनी मृत मां को जगाने की विचलित करने वाली तस्वीर देखकर सरकार सुनिश्चित करेगी कि अब कोई और ट्रेन में भूख-प्यास से न मरे.' अखिलेश यादव ने कहा कि मुंबई-गुजरात में अब भी घर लौटने के लिए व्यथित लोगों की सहायता के लिए सरकार राजनीति से ऊपर उठकर सच्ची मदद करे.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)