
नई दिल्ली: कश्मीर मामले में पाकिस्तान को फिर तगड़ा झटका लगा है। अफगानिस्तान में सक्रिय आतंकवादी गुट तालिबान ने कश्मीर को भारत का आंतरिक मामला बता कर पाकिस्तान की बोलती बंद कर दी। तालिबान की ओर से एक बयान जारी कर कहा गया कि वह किसी दूसरे देश के आंतरिक मामलों में कोई हस्तक्षेप नहीं करेगा।
कश्मीर भारत का आंतरिक मामला- तालिबान प्रवक्ता सुहेल शाहीन
तालिबान के राजनीतिक शाखा के प्रवक्ता सुहेल शाहीन ने ट्वीट कर कश्मीर के आंतरिक मामलों में दखल नहीं देने की जानकारी दी। सुहेल अफगानिस्तान के इस्लामिक अमीरात के प्रवक्ता हैं जो तालिबान की पॉलिटिकल शाखा के तौर पर काम करती है। इसके पहले अमेरिका के साथ हो रहे समझौते में भी सुहेल और कई अन्य नेता बातचीत को आगे बढ़ा रहे थे।
ये भी पढ़ेंः आ रहा भयानक तूफान: 195 किमी की रफ्तार से चलेंगी हवाएं, इन राज्यों में अलर्ट
तालिबान के कश्मीर में ऑपरेशन शुरू करने की अफवाह
बता दें कि पाकिस्तान की ट्रोल आर्मी ने ट्विटर पर एक बयान शेयर किया था जिसमें कहा गया कि तालिबान कश्मीर में जारी आतंकवाद में शामिल होगा। ये ट्वीट तालिबान के प्रवक्ता ज़बिउल्लाह मुजाहिद के कथित बयान पर था, जिसमे उन्होंने कहा कि भारत के साथ कश्मीर मुद्दा सुलझे बिना कोई बात ही नहीं की जा सकती है। कथित बयान में दावा किया गया कि तालिबान काबुल में सत्ता हासिल करने के बाद कश्मीर में भी ऑपरेशन शुरू करेगा।
هغه اعلامیه چې د هند په هکله په ځینو مطبوعاتو کې خپره شوې، اسلامي امارت پوره اړه نلري. د اسلامي امارت پالیسي واضح ده چې د نورو هیوادونو په کورنیو چاروکې مداخله نه کوي.
— Suhail Shaheen (@suhailshaheen1) May 18, 2020
तालिबान की ओर से अफवाह का खंडन
इसी दावे का खंडन करते हुए तालिबान ने कहा, ‘मीडिया में प्रकाशित यह खबर गलत है कि तालिबान कश्मीर में जिहाद में शामिल हो रहा है। इस्लामिक अमीरात (तालिबान) की नीति स्पष्ट है कि वह किसी दूसरे देश के निजी मामलों में हस्तक्षेप नहीं करता है।’ तालिबान के बयान के बाद पाकिस्तान के झूठे दावों की पोल खुल गयी।
ये भी पढ़ेंः चीन की चाल में फंसा नेपाल! भारत के इन इलाकों को अपने नक्शे में दिखाया
तालिबान ने अफगानिस्तान को लेकर भारत पर लगाए आरोप
गौरतलब है कि इसके पहले तालिबान ने भारत पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि वह हमेशा अफगानिस्तान में देशद्रोहियों की मदद करता रहा है।
बता दें कि अफगानिस्तान में शांति और सुलह प्रक्रिया में भारत महत्वपूर्ण पक्षकारों में से एक रहा है। इसी पर तालिबान की नाराजगी ही देखने को मिलती है। एक इंटरव्यू में तालिबान के मुख्य मध्यस्थ शेर मुहम्मद अब्बास स्तानिकाजी ने कहा, ‘भारत ने अफगानिस्तान में हमेशा नकारात्मक भूमिका निभाई है। भारत ने देश में देशद्रोहियों की मदद की है।’
दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।