लंबे समय तक इस बीमारी से जूझ रही थी सुष्मिता सेन, कहा- ''एक थका हुआ शरीर जो...'' और फिर ऐसे बदली जिदंगी

सुष्मिता सेन ने एक वीडियो शेयर करते हुए बताया कि किस तरह से उन्होंने इस बीमारी का सामना किया. इसके लिए उन्होंने नानचाकू के साथ मेडिटेशन करना शुरू किया.

लंबे समय तक इस बीमारी से जूझ रही थी सुष्मिता सेन, कहा- ''एक थका हुआ शरीर जो...'' और फिर ऐसे बदली जिदंगी

सुष्मिता सेन ने वीडियो शेयर कर अपनी बीमारी के बारे में बात की.

नई दिल्ली:

बॉलीवुड एक्ट्रेस सुष्मिता सेन (Sushmita Sen) ने हमेशा अपने दिल की बात सुनी है और वही किया है जो उन्हें सही लगता है. छोटी उम्र में ही सिंगल पेरेंट बनने का फैसला करने से लेकर खुद से कम उम्र के लड़के को डेट करने तक सुष्मिता ने अपनी जिंदगी में हर चीज को काफी ग्रेसफुल तरीके से हैंडल किया है लेकिन साल 2014 के सितंबर में उन्हें पता चला कि वह एक ऑटोइम्यून कंडिशन से पीड़ित हैं और उन्हें लगा कि वह कभी ठीक नहीं हो पाएंगी.

सुष्मिता सेन ने एक वीडियो शेयर करते हुए बताया कि किस तरह से उन्होंने इस बीमारी का सामना किया. इसके लिए उन्होंने नानचाकू (Nunchaku) के साथ मेडिटेशन करना शुरू किया. बता दें नानचाकू एक मार्शल आर्ट का हथियार है जिसे पारंपरिक रूप से इस्तेमाल किया जाता है. सुष्मिता सेन ने बताया कि नानचाकू के साथ मेडिटेशन करने से उनकी इस बीमारी में काफी सुधार हुआ.

सुष्मिता सेन ने हाल ही में अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो शेयर किया है और इस वीडियो में उन्होंने अपनी एडिसन बीमारी के बारे में बात की है. सुष्मिता सेन ने वीडियो शेयर करते हुए बताया, ''सितंबर 2014 में जब मुझे पता चला कि मैं एक ऑटोइम्यून कंडिशन से पीड़ित हूं, जिसे एडिसन बीमारी कहते हैं. तो मुझे लगा कि मैं इससे कभी नहीं लड़ पाऊंगी. मेरा शरीर उस वक्त निराशा और आक्रामकता से भर गया था.''

उन्होंने लिखा, ''मेरी आंखों के नीचे हुए काले घेरे 4 साल तक अंधेरे में बीते वक्त के बारे में कुछ बता नहीं सकते. स्टेरॉयड लेना और फिर इसके असंख्य दुष्प्रभावों को झेलते हुए जीना बहुत मुश्किल था. इस तरह की बीमारी के साथ जीना सबसे मुश्किल था. लेकिन बहुत हुआ मुझे खुद के दिमाग को मजबूत करने के लिए कुछ करना था जो मेरी बीमारी से लड़ने में मदद करे.''

इस वीडियो में सुष्मिता सेन अपनी नानचाकू स्किल दिखाते हुए नजर आई. वीडियो शेयर करते हुए उन्होंने बताया कि इस स्किल ने बीमारी से लड़ने में उनकी मदद की. ''वक्त के साथ मेरी बीमारी ठीक हो गई और अब मुझे स्टेरॉयड लेने की जरूरत नहीं है और 2019 के बाद से मेरी ऑटोइम्‍यून कंडिशन में भी सुधार हुआ है''. 

सुष्मिता सेन ने बताया कि आपके शरीर को आपसे बेहतर कोई नहीं जानता इसलिए हमेशा अपने शरीर की बात सुनें. हम सबके अंदर एक वॉरियर है इसलिए कभी भी हार न मानें. 

 
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