
ICMR ने कोरोना टेस्ट को लेकर अपनी रणनीति नए सिरे से तय की (प्रतीकात्मक फोटो)
Coronavirus Pandemic: देश में कोरोना वायरस का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा. भारत में कोरोना के केसों की संख्या बढ़कर 96 हजार के पार पहुंच गई है और अब तक 3029 लोगों को इसके कारण जान गंवानी पड़ी है. कोरोना की इस कहर के बीच इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने टेस्ट को लेकर अपनी रणनीति में बदलाव किया है. इसके तहत इस बात का खुलासा किया गया है कि किन लोगों के कोरोना टेस्ट किए जाएंगे. आईसीएमआर ने साफ किया कि उन लेागों के टेस्ट किए जाएंगे..
यह भी पढ़ें
Coronavirus Lockdown: 'घर' जाने के लिए गाजियाबाद में रामलीला ग्राउंड में इकट्ठे हुए हजारों मजदूर
Coronavirus India Live Updates: योगी आदित्यनाथ ने सभी राज्य सरकारों से प्रवासी श्रमिकों की सूची उपलब्ध कराने को कहा
अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए सऊदी अरब के सख्त कदम, VAT तीन गुना किया, खर्च में 26 अरब डॉलर की कटौती
1: जिनमें कोरोना के लक्षण हो और जो पिछले 14 दिनों विदेश से आये हों.
2: जो कनफर्म्ड कोरोना के मरीज़ के संपर्क में आये हों.
3: सभी स्वास्थ्यकर्मी जिनमें लक्षण दिखें/ लक्षण वाले फ्रंटलाइन वर्कर्स जो कोरोना के कंटेनमेंट जोन में जुड़े हों. (frontline workers नया जोड़ा गया है.)
4: सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इलनेस के मरीज़.
5: कोरोना के कनफर्म्ड केस के संपर्क में सीधे संपर्क में आये बिना लक्षण वाले कांटेक्ट जो हाई रिस्क पर हों इनका 5 और 10 दिन के बीच में टेस्ट होगा.(पहले ये टेस्ट 5 और 14 दिन के बीच में करना था जिसे अब 10 दिन किया गया है).
6: Containment zones/hotspots के इन्फ्लुएंजा लाइक इलनेस वाले मरीज़ (ILI).
7: सभी अस्पताल में भर्ती मरीज़ जिनमे ILI के लक्षण हों (नया जोड़ा गया है).
8: ILI के लक्षण वाले सभी प्रवासी या जो दूसरे राज्यों से घर लौटे हों, उनका 7 दिन के अंदर टेस्ट हो. (नया जोड़ा गया है).
9: अस्पताल पहुंचे मरीज़ जिनकी इमरजेंसी हो (डिलीवरी भी अगर है तो) तो टेस्ट की वजह से उनको इलाज का इंतज़ार नहीं करवाया जाए पर कोरोना टेस्ट तभी होगा जब 1-8 नंबर के तहत किसी केटेगरी में वो आते हों.
नोट : SARI : बुखार (100.4 F or 38 C), खांसी और हॉस्पिटलाइजेशन की ज़रूरत जिनको हो.
ILI: बुखार (100.4 F or 38 C) और खांसी इनका RT PCR टेस्ट ही होगा.
देश का महाराष्ट्र राज्य इस समय कोरोना की महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित है. यहां केसों की संख्या 33 हजार के पार पहुंच गई है. महाराष्ट्र की राजधानी भी कोरोना की महामारी का 'बड़ा केंद्र' बनी हुई है. दूसरे नंबर पर गुजरात है जहां 11 हजार से अधिक केस सामने आए हैं. दक्षिणी राज्य तमिलनाडु से भी 11224 और देश की राजधानी दिल्ली से 10054 केस अब तक सामने आए हैं.