
तेजस्वी यादव बिहार के नेता प्रतिपक्ष हैं. (फाइल फोटो)
खास बातें
- मजदूरों की बदहाली पर बिफरे तेजस्वी यादव
- बिहार की नीतीश कुमार सरकार पर बोला हमला
- 'पशुवत बर्ताव देखकर मन व्यथित और दुःखी है'
देश में कोरोनावायरस (Coronavirus) से बचाव के चलते लॉकडाउन (Lockdown) जारी है. फंसे हुए मजदूरों (Migrant Labours) के लिए देशभर में श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं. ट्रेनों को लेकर राजनीति भी खूब हो रही है. विपक्षी दल सरकार पर मजदूरों से भेदभाव व रेल किराए के पैसे लेने का आरोप लगा रहे थे. जिसके बाद सरकार बैकफुट पर आई और मजदूरों से किराए के पैसे लिए जाने बंद किए गए. कई राज्य सरकारें भी फंसे हुए लोगों का किराया वहन कर रही हैं. बिहार लौटे मजदूरों की दुर्दशा पर राज्य के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) का नीतीश सरकार पर गुस्सा फूटा है.
तेजस्वी यादव ने बेंगलुरु से बिहार लौटे मजदूरों के खाना खाने के दौरान का एक वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा, 'बेंगलुरु से चलकर बिहार पहुँचे मज़दूरों को सिर्फ़ सूखा भात, नमक और मिर्च देकर ख़ानापूर्ति की गयी। सरकार का ऐसा पशुवत बर्ताव देखकर मन व्यथित और दुःखी है। इससे शर्मनाक क्या हो सकता है जब सरकार अपने लोगों को एक वक्त का खाना ठीक से नहीं खिला सकती? क्या ग़रीबों का आत्मसम्मान नहीं होता?'
बेंगलुरु से चलकर बिहार पहुँचे मज़दूरों को सिर्फ़ सूखा भात, नमक और मिर्च देकर ख़ानापूर्ति की गयी। सरकार का ऐसा पशुवत बर्ताव देखकर मन व्यथित और दुःखी है। इससे शर्मनाक क्या हो सकता है जब सरकार अपने लोगों को एक वक्त का खाना ठीक से नहीं खिला सकती? क्या ग़रीबों का आत्मसम्मान नहीं होता? pic.twitter.com/V7pzXmindK
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) May 11, 2020
बताते चलें कि प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाने के लिए चलाई गई श्रमिक विशेष ट्रेनें (Shramik Special trains) अब गंतव्य राज्य (मतलब जिस राज्य के लिए ट्रेन चलाई गई है) में तीन स्टेशनों पर रुकेंगी और 1,200 की जगह पूरी क्षमता 1,700 लोगों के साथ चलेंगी. भारतीय रेलवे (Indian Railways) ने सोमवार को यह आदेश जारी किया है. इसके साथ ही इन ट्रेनों में सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) भी नहीं होगी और मिडिल बर्थ का भी इस्तेमाल किया जाएगा. रेलवे ने लॉकडाउन के दौरान ज्यादा से ज्यादा प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाने के लिए यह फैसला लिया है.
बिहार में कोरोना के मामलों की बात करें तो राज्य में रविवार को कोरोना के 85 नए मामले सामने आने से हड़कंप मच गया था. बिहार में संक्रमितों की कुल संख्या 696 हो गई है. अब तक 6 मरीजों की मौत हुई है. आशंका जताई जा रही है कि गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान, दिल्ली समेत कई राज्यों से बिहार पहुंच रहे मजदूरों से कोरोना के फैलने का खतरा बढ़ जाएगा. ट्रेनों में सोशल डिस्टेंसिंग नहीं रखने के रेलवे के फैसले के बाद संक्रमण की संभावना भी काफी बढ़ जाएगी.
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