
पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा- फाइल फोटो
केंद्र सरकार द्वारा बिहार के जमालपुर में मौजूद रेलवे प्रशिक्षण संस्थान का स्थानांतरित करके उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ले जाने का आदेश दिया है. इस आदेश पर पूर्व केन्द्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) ने सवाल उठाया है. उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर ट्वीट करते हुए इसकी निंदा की और बिहार को इसके खिलाफ लड़ने के लिए कहा.
यशवंत सिन्हा ने ट्वीट करके लिखा, ''यह सबसे दुर्भाग्यपूर्ण है कि भारत सरकार ने बिहार के जमालपुर में दशकों पुराने रेलवे प्रशिक्षण संस्थान को उत्तर प्रदेश के लखनऊ में स्थानांतरित करने का आदेश दिया है. लॉकडाउन के दौरान ऐसा करना बेहद ही बुरी बात है. बिहार को इसके लिए लड़ना होगा.''
It is most unfortunate that govt of India has ordered the transfer of the decades old Rly Training Institute at Jamalpur in Bihar to Lucknow in UP. Doing it during lockdown makes it worse. Bihar must fight back.
— Yashwant Sinha (@YashwantSinha) May 5, 2020
बता दें कि ये मुद्दा राजनीतिक रूप लेता जा रहा हैं क्योंकि बिहार के मुख्य मंत्री नीतीश कुमार ने इसे प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया हैं. उन्होंने रेल मंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखकर केंद्रीय रेल मंत्रालय के आदेश को लखनऊ से जमालपुर वापस लेने के लिए आग्रह किया है. नीतीश कुमार का स्टैंड को गलत करार नहीं दिया जा सकता. कोरोना के बीच बिहार बीजेपी की माने तो यह फैसला अनावश्यक है.
पूर्व केंद्रीय मंत्री व बीजेपी से खुद बाहर निकलने वाले नेता यशवंत सिन्हा सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं. आए दिन किसी न किसी मुद्दे पर अपनी राय रखना नहीं भूलते.
इससे पहले उन्होंने CAA पर कहा था कि गैर भाजपा शासित राज्यों द्वारा नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया जाना एक संवैधानिक संकट है और इन राज्यों की अनदेखी नहीं की जा सकती.