देश में कोविड-19 के मरीजों के स्वस्‍थ होने की दर बढकर साढे 27 प्रतिशत से ज्यादा हुई

मामलाेें के दोगुना होने की दर 12 दिन हुई

AMN

पिछले 24 घंटों के दौरान दो हजार 553 नये मामले सामने आने के साथ ही देश में कोरोना के कुल मरीजों की संख्‍या 42 हजार 553 हो गई है। इनमें से 11 हजार 706 रोगी अब तक ठीक हुए हैं। पिछले 24 घंटों के दौरान एक हजार 74 रोगियों को अस्‍पताल से छुट्टी दी गई है जो किसी एक दिन में स्‍वस्‍थ हुए रोगियों की सर्वाधिक संख्‍या है। स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय के अधिकारी ने आज नई दिल्‍ली में संवाददाताओं को बताया कि कोरोना संक्रमण से ठीक होने वालों का अनुपात साढ़े 27 प्रतिशत से थोड़ा ज्‍यादा है।

उन्‍होंने यह भी बताया कि अब हमें कुछ नई आदतें अपनानी होंगी, जिनमें सार्वजनिक स्‍थल पर मास्‍क लगाना और शरीर को ढंककर रखना अनिवार्य होगा और संक्रमण वाले इलाकों के बाहर भी एहतियाती कदम उठाने होंगे। उन्‍होंने कहा कि लॉकडाउन में चरणबद्ध तरीके से ढील दी जा रही है, लेकिन संक्रमण मुक्ति के उपायों का पूरी तरह पालन करना होगा, उपचार प्रबंधन को कुशल बनाना होगा और संक्रमण निवारण तथा नियंत्रण को जारी रखना होगा। अधिकारी के अनुसार, यह एक ऐतिहासिक तथ्‍य है कि सुरक्षित दूरी का पालन न करने से, प्रतिबंधों में भी ढील देने पर तेजी से संक्रमण की आशंका बढ़ जाती है। ऐसी स्थिति से बचने के लिए जरूरी है कि लोग अपनी सामाजिक जिम्‍मेदारी को समझें और दिशा-निर्देशों का पालन करें।

उन्‍होंने कहा कि अब कोरोना मरीजों की संख्‍या दोगुनी होने की दर बढ़कर 12 दिन हो गई है जो लॉकडाउन से पहले लगभग साढ़े तीन दिन थी। अधिकारी ने कहा कि लॉकडाउन और संक्रमण रोकने के लिए किए गए अन्‍य प्रयासों के परिणाम सकारात्‍मक रहे हैं, लेकिन अब अगली चुनौती यह है कि संक्रमण की दर दोगुनी होने की अवधि को किसी प्रकार और अधिक किया जा सके।

रेल किराया लेने के मुद्दे पर स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय के अधिकारी ने कहा कि राज्‍य सरकारों के अनुरोध पर ही, फंसे लोगों को उनके राज्‍य पहुंचाने के लिए विशेष रेलगाडियां चलाई जा रही हैं। उन्‍होंने कहा कि केन्‍द्र सरकार ने कामगारों से कोई रेल किराया लिये जाने की बात कभी नहीं कही है। अधिकारी ने कहा कि किराये का 85 प्रतिशत हिस्‍सा रेलवे वहन कर रही है, जबकि 15 प्रतिशत अंशदान संबंधित राज्‍य सरकार कर रही है।

गृह मंत्रालय की अधिकारी ने कहा कि लोगों की सहायता के लिए स्‍थापित किया गया नियंत्रण-कक्ष चौबीसो घंटे काम कर रहा है और इसने तीन मई तक 12 हजार शिकायतों का समाधान किया है। उन्‍होंने कहा कि सरकार ने राज्‍यों से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि एक राज्‍य से दूसरे राज्‍य के लिए माल ढुलाई में कोई व्‍यवधान न हो। अधिकारी ने बताया कि किसी भी तरह की परेशानी होने पर चालक और वाहन मालिक गृह मंत्रालय के नियंत्रण कक्ष के नम्‍बर- 1 9 3 0 और भारतीय राष्‍ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के हेल्‍पलाइन नम्‍बर- 1 0 3 3 पर संपर्क कर शिकायत दर्ज करा सकते हैं। उन्‍होंने यह भी कहा कि पुलिस और सुरक्षा कर्मियों में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए गृह मंत्रालय ने सभी राज्‍यों और केन्‍द्रीय सशस्‍त्र पुलिस बल से कहा है कि वे कार्यस्‍थल पर सुरक्षा के संबंध में केन्‍द्रीय गृह मंत्रालय के दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित करें।

अधिकारी ने कहा कि लॉकडाउन के तीसरे चरण के लिए निर्धारित प्रावधान आज से लागू हो गये हैं। उन्‍होंने कहा कि इलाकावार प्रतिबंध और कार्यों में छूट की अनुमति देश में अर्थव्‍यवस्‍था और रोजगार की स्थिति बेहतर बनाने की आवश्‍यकता के मद्देनजर दी गई है।

सम्‍मेलन में, अधिकार-प्राप्‍त छठे समूह के अध्‍यक्ष अमिताभ कांत ने बताया कि कोरोना से मुकाबले के लिए उनका समूह किस प्रकार सामाजिक संगठनों, गैर-सरकारी संगठनों, उद्योग जगत और अंतर्राष्‍ट्रीय संगठनों के साथ मिलकर काम कर रहा है। उन्‍होंने कहा कि समूह ने 92 हजार से ज्‍यादा गैर-सरकारी संगठनों और सामाजिक संगठनों से अपील की है कि वे हॉटस्‍पॉट की पहचान करने में राज्‍यों और जिलों की मदद करें तथा प्रवासी कामगारों और अन्‍य जरूरतमंदों की मदद करें।

उन्‍होंने कहा कि नीति आयोग का आकांक्षी जिला कार्यक्रम सर्वाधित पिछड़े 112 जिलों में लाखों लोगों के जीवन को बेहतर बनाने की दिशा में बहुत सफल रहा है। अधिकारी ने कहा कि इन जिलों में ऐसे 610 मामले हैं और यह संख्‍या दो प्रतिशत के राष्‍ट्रीय औसत से कम है। उन्‍होंने यह भी कहा कि आरोग्‍य सेतु ऐप में टेलीमेडिसिन की सुविधा जोड़ी गई है। अब तक इसे लगभग एक करोड़ 90 लाख लोग डाउनलोड कर चुके हैं।