
प्लाजमा थेरेपी (Plasma Therapy) से कोरोनावायरस के इलाज का अब तक कोई सबूत नहीं.
देश में जारी कोरोना संकट के बीच केंद्र सरकार ने मंगलवार को यह साफ कर दिया है कि प्लाजमा थेरेपी (Plasma Therapy) से कोरोनावायरस (Coronavirus) के इलाज का अभी तक कोई पुख्ता सबूत नहीं है. स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से कहा कि इसे लेकर सभी दावे गलत हैं और अभी भी हम एक्सपेरिमेंटल स्टेज पर ही हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी.
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स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से कहा गया कि प्लाज्मा थेरेपी अभी भी प्रायोगिक है, जब इसे लेकर कोई पुख्ता सबूत नहीं मिल जाता इसका उपयोग किसी के द्वारा नहीं किया जाना चाहिए. क्योंकि यह रोगी के लिए हानिकारक हो सकता है. स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि ICMR ने कोविड-19 के इलाज में प्लाज्मा थेरेपी की प्रभावकारिता का अध्ययन करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर अध्ययन शुरू किया है.
बता दें कि स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) की ओर से मंगलवार को जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक, देश में कोरोनावायरस से अब तक 934 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि संक्रमित मामलों की संख्या बढ़कर 29435 हो गई है. वहीं, पिछले 24 घंटों में कोरोना (Covid-19) के 1543 नए मामले सामने आए हैं और 62 लोगों की मौत हुई है. 24 घंटे में सबसे ज़्यादा मौतें हुई हैं. हालांकि, थोड़ी राहत वाली बात यह है कि इस बीमारी से अब तक मरीज 6869 ठीक को चुके हैं. मरीजों की ठीक होने की गति (रिकवरी रेट) 23.33 प्रतिशत हो गई. बता दें कि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए देशभर में लॉकडाउन (Lockdown) लगाया गया. यह लॉकडाउन 3 मई तक जारी रहेगा.
VIDEO: कोरोना के इलाज में प्लाजमा थेरेपी से मिल सकती है कामयाबी ?