
रमजान के पाक महीने में सदका के तौर पर ये लड़कियां मास्क बना रही हैं.
रमजान (Ramadan) के पाक महीने में दान करना और रोजा रखना दो सबसे अहम चीजें होती हैं, जिसे ध्यान में रखते हुए जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले की 12 लड़कियां मुफ्त में बांटने के लिए मिल कर मास्क बना रही हैं. ये लड़कियां रोजा भी रख रही हैं और लगातार मास्क की सिलाई करने में लगी हुई हैं. कोरोनावायरस (Coronavirus) महामारी से निपटने के तहत मास्क तैयार कर जिला प्रशासन को मुफ्त वितरण के लिए सौंपा जाएगा.
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पसरी मोहल्ला की निवासी आरजू अख्तर (17) ने कहा, ''हम सभी ने रोजा रखा है. हमने कोविड-19 (COVID-19) से निपटने में अपना छोटा सा योगदान देने का संकल्प लिया है. उम्मीद है कि हमारे सदका (दान) से कुछ मदद मिलेगी.'' उल्लेखनीय है कि जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) में कोरोनावायरस संक्रमण के मामले बढ़ कर रविवार को 500 के आंकड़े को पार कर गए. लड़कियों की इस पहल को थल सेना की स्थानीय इकाई ने सराहा है और मास्क बनाने के लिए इस्तेमाल में आने वाला सामान उपलब्ध कराने के लिए वे आगे भी आए हैं.
महामारी के इस दौर में हर व्यक्ति को मास्क उपलब्ध कराने के लिए डोडा जिला प्रशासन ने स्वयंसहायता समूहों की मदद लेने के साथ ही मास्क की सिलाई के लिए निविदाएं भी आमंत्रित की हैं. साथ ही मास्क की बढ़ती मांग को देखते हुए स्थानीय लोगों से भी सहायता की अपील की है. समूह का नेतृत्व करने वाली आसमा बानो (21) ने कहा, ''शुरुआत में हमने 20,000 मास्क का योगदान देने का फैसला किया था, लेकिन अब हमने निर्णय लिया है कि जब तक सभी लोगों की आवश्यकता पूरी नहीं हो जाती तक तब हम अपनी सेवाएं जारी रखेंगे.''
रोजा रख रहीं सभी सदस्यों ने कहा कि वह दैनिक लक्ष्य से भी अधिक संख्या में मास्क की सिलाई करने को लेकर उत्साहित महसूस कर रही हैं. आसमा ने कहा, ''हम अपने दैनिक लक्ष्य के मुकाबले 200 और मास्क बना रहे हैं इस गति से इंशा अल्लाह (ईश्वर की इच्छा से) हम बुधवार तक जिला प्रशासन को 5,000 मास्क की पहली खेप सौंप पाएंगे.''
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)