
नई दिल्ली: कोरोना वायरस देश में तेजी से फैल रहा है। कोरोना वायरस मामले में निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात ने बड़ी लापरवाही बरती है जिसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है। दिल्ली पुलिस मरकज से जुड़े मामले की जांच कर रही है।
अभी तक मरकज से गायब कंप्यूटरों का अब तक सुराग नहीं मिला है। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा इस संबंध में मरकज के अन्य मौलानाओं व स्टाफ से पूछताछ कर रही है। दूसरी तरफ, अपराध शाखा मौलाना मोहम्मद साद के खिलाफ अब तक सबूत जुटाने में ही लगी हुई है।
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सबूत मिलने के बाद ही मौलाना साद के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। साद का क्वारंटीन समय भी खत्म हो चुका है। साद के अलावा भी एफआईआर में नामजद छह मौलानाओं में से किसी को भी मंगलवार शाम तक गिरफ्तार नहीं किया गया था। अपराध शाखा को जांच में मरकज से पांच प्रिंटर मिले थे।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मरकज में प्रिंटर हैं तो कंप्यूटर जरूर होंगे। अपराध शाखा के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि इन गायब कंप्यूटरों व अन्य सामान के बारे में अब तक कुछ पता नहीं लगा है।
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मरकज के अन्य मौलानाओं व स्टाफ का कहना है कि कंप्यूटर आदि के बारे में मौलाना साद को पता है। तो वहीं साद ने नोटिस के जवाब में कहा है कि स्टाफ क्वारंटीन है और मरकज बंद है। ऐसे में वह कुछ जानकारी नहीं दे सकते।
अब अपराध शाखा ने निजामुद्दीन थाने के एसएचओ मुकेश वालिया व एसीपी लाजपत नगर अतुल कुमार समेत पुलिस कर्मियों से पूछताछ की है। निजामुद्दीन थाना पुलिस ने अपराध शाखा को सारे कागजात व सीसीटीवी रिकार्डिंग दे दी है।