
प्रतीकात्मक तस्वीर
उत्तर प्रदेश के चार जिलों से तबलीगी जमात के इज्तिमा में शामिल हुए 36 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है और इन लोगों को पृथक वास में रखा गया है. चित्रकूटधाम परिक्षेत्र (मंडल) बांदा के पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) दीपक कुमार ने मंगलवार को बताया कि दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में तबलीगी जमात के इज्तिमा में शिरकत कर लौटे बांदा में 32, चित्रकूट एवं महोबा में एक-एक और हमीरपुर में दो (कुल 36) लोगों को चिह्नित किया गया है. उनके खिलाफ तथ्य छिपाने और प्रशासन को सूचना न देने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर उन्हें पृथक वास में रखा गया है. साथ ही विश्व स्तर पर इस्लामी तालीम के लिए चर्चित हथौरा गांव के जामिया अरबिया मदरसे के प्रबंधन के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया है.
डीआईजी ने यह भी बताया कि मदरसे के करीब छह सौ छात्रों को मदरसे में ही पृथक वास में रखा गया है और परिसर में पुलिस का पहरा लगा दिया गया है. इस मदरसे में तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल हुए बिहार और महाराष्ट्र के कई लोग छिपे पाए गए थे. तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल हुए 32 लोगों को बांदा के राजकीय मेडिकल कॉलेज के पृथक वार्ड में रखकर उनके नमूने जांच के लिए भेजे गए थे, जिनमें से दो को संक्रमित पाया गया था.
इस बीच बांदा के राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. मुकेश यादव ने बताया, "जिन दो लोगों को संक्रमित पाया गया है, उनमें से 40 वर्षीय एक व्यक्ति (बांदा) की दोबारा सोमवार देर शाम आयी रिपोर्ट में उसे संक्रमण मुक्त पाया गया है. फिर भी अभी उसे चिकित्सकों की निगरानी में रखा जा रहा है. उसका तीसरा नमूना एक सप्ताह बाद किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) लखनऊ जांच के लिए भेजा जाएगा."
उन्होंने कहा, "दूसरे संक्रमित 53 वर्षीय व्यक्ति की दोबारा की गई जांच की रिपोर्ट आज आने की संभावना है." डॉ. यादव ने बताया कि इस समय मेडिकल कॉलेज के पृथक वार्ड में कुल 45 लोग भर्ती हैं, इनमें अब तक आई 28 लोगों की रिपोर्ट में वे संक्रमित नहीं पाए गए हैं.
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