लॉकडाउन में आतिशबाजी से खराब हुई हवा की सेहत,एक्सपर्ट्स ने कही ऐसी बात

कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के मद्देनजर देशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा के बाद से देश की राजधानी दिल्ली में हवा की गुणवत्ता में सुधार था।वायु गुणवत्ता सूचकांक बेहतर हो गया था लेकिन बीती रात हुई आतिशबाजी के कारण फिर हवा की गुणवत्ता खराब हो गई है।

Published by Aditya Mishra Published: April 6, 2020 | 2:51 pm
Modified: April 6, 2020 | 2:52 pm

नई दिल्ली: कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के मद्देनजर देशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा के बाद से देश की राजधानी दिल्ली में हवा की गुणवत्ता में सुधार था।

वायु गुणवत्ता सूचकांक बेहतर हो गया था लेकिन बीती रात हुई आतिशबाजी के कारण फिर हवा की गुणवत्ता खराब हो गई है। सिस्टम ऑफ एयर क्वॉलिटी ऐंड वेदर फॉरकास्टिंग ऐंड रिसर्च (सफर) की स्टडी में यह सामने आया।

8 मार्च को दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) सिर्फ 45 था। जब से लॉकडाउन हुआ है। दिल्ली का प्रदूषण मैप हरा था। यानी हवा संतोषजनक थी।

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लेकिन 6 अप्रैल को यहां पीएम-10 अपने सामान्या लेवल 100 माइक्रो ग्राम क्यूकबिक मीटर (MGCM) से अधिक 107 पर आ गया है। जबकि पीएम 2.5 अपने सामान्य स्तर 60 एमजीसीएम के पास पहुंच गया है। यह फिलहाल 58 है। हालांकि, पुणे, मुंबई और अहमदाबाद में हवा साफ है।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) की रिपोर्ट बता रही है कि प्रतिबंध से पहले यानी 21 मार्च तक दिल्ली के लोगों को शुद्ध हवा मयस्सर नहीं थी। पर्यावरणविद् एन. शिवकुमार का कहना है कि बात दीए और कैंडल जलाने की हुई थी न कि पटाखे चलाने की। पटाखे चलाने से ही हवा फिर खराब हो गई है।