जिंदा हैं बबली कोल-लवलेश कोल तो फिर मारे कौन गये, हैरतअंगेज

लखनऊ । चित्रकूट के बीहड़ में यूपी के सबसे खूंखार डकैत बबली कोल-लवलेश कोल के मारे जाने को लेकर उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश पुलिस के अपने-अपने दावे हैं लेकिन गुलाबी गैंग की कमांडर संपत पाल दोनों के अभी भी जिन्दा होने का दावा करके दोनों प्रदेशों की पुलिस को मुश्किल में डाल दिया है। इस तरह बबली कोल और लवलेश कोल से पुलिस की मुठभेड़ का मामला दोनों प्रदेशों की पुलिस के गले की हड्डी बनता जा रहा है।

लखनऊ । चित्रकूट के बीहड़ में यूपी के सबसे खूंखार डकैत बबली कोल-लवलेश कोल के मारे जाने को लेकर उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश पुलिस के अपने-अपने दावे हैं लेकिन गुलाबी गैंग की कमांडर संपत पाल दोनों के अभी भी जिन्दा होने का दावा करके दोनों प्रदेशों की पुलिस को मुश्किल में डाल दिया है। इस तरह बबली कोल और लवलेश कोल से पुलिस की मुठभेड़ का मामला दोनों प्रदेशों की पुलिस के गले की हड्डी बनता जा रहा है।

यूपी-एमपी पुलिस के दावे

यूपी पुलिस द्वारा पकड़े गए डकैत सोहन कोल व संजय कोल ने लाले के साथ मिलकर बबली कोल और लवलेश कोल का खात्मा करने का दावा किया है। पिछले दिनों यूपी पुलिस ने बीहड़ में मुठभेड़ के दौरान बबली गैंग के सबसे खास शार्पशूटर दस्यु सोहन कोल को गिरफ्तार किया था। उसने अपने हाथों से बबली और लवलेश कोल डकैत के खात्मे की बात कहकर एमपी पुलिस को झूठा बताया था कि उसने दोनों को मुठभेड़ में मारा।

आखिर जीजा साले को मारा कौन !

इसके बाद एमपी पुलिस ने गैंग के कैजुअल मेंबर लाले कोल को गिरफ्तार करके यूपी पुलिस के दावों को गलत ठहराया था। अब यूपी पुलिस ने गैंग का खात्मा करने का दावा करने वाले डकैत सोहन के साथी और एक लाख के इनामिया दस्यु संजय कोल को मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया है। उसने मंगलवार कोे मीडिया के सामने कहा कि गैंग के दोनों सरगनाओं को उसने अपने हाथों से सोहन के साथ मिलकर ढेर किया था।

मुठभेड़ फर्जी मारे ही नहीं गए दोनो डकैत

अब दूसरी तरफ गुलाबी गैंग की कमांडर संपत पाल ने मुठभेड़ को फर्जी बताते हुए दावा किया है कि दोनों डकैत मारे ही नहीं गए। यदि वास्तव में बबली व लवलेश कोल मारे गए हैं तो दोनों का डीएनए करा लिया जाए ताकि असलियत सामने आ जाए। इस बारे में सम्पत पाल का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसकी कितनी सच्चाई है, उस पर तो दावा नहीं किया जा सकता, लेकिन आरोप चौंकाने वाले जरूर हैं।

चित्रकूट: मारकुंडी में ढाई लाख के इनामी डकैती बबली कोल का आतंक

उन्होंने बबली कोल व लवलेश की मौत को फर्जी बताते हुए दावा किया है कि यह खेल केवल मानिकपुर उपचुनाव के चलते रचा गया है। संपत पाल ने वीडियो में डकैत के जिंदा होने का दावा किया है कि सतना में मुठभेड़ में दोनों डकैत नहीं मारे गए। यूपी और एमपी की पुलिस ने उनकी मौत के पुख्ता साक्ष्य नहीं दिखाए हैं। उन्होंने उनके बिसरा के साथ परिजनों का डीएनए टेस्ट कराने की जरूरत बताई है ताकि सच्चाई सामने आ सके।

संपत पाल का आरोप है कि बबली कोल के सिर पर भाजपा, सपा व बसपा नेताओं का हाथ रहा है और मानिकपुर सीट पर होने वाले उपचुनाव से पहले उसकी मौत की कहानी रची गई है। एक सप्ताह पूर्व मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती इलाकों में आतंक का पर्याय बने कुख्यात डकैत बबली कोल और उसके साथी लवलेश कोल को पुलिस ने एनकाउंटर में मारे जाने का दावा किया था।