“आदित्य ठाकरे महाराष्ट्र के भावी मुख्यमंत्री”: संजय राउत

“आदित्य ठाकरे महाराष्ट्र के भावी मुख्यमंत्री”: संजय राउत

ADITYA THAKARE

प्रशांत लीला रामदास

अभी तक शिवसेना पार्टी एक रिमोट कंट्रोल की तरह काम करी थी लेकिन अभी पहली बार ऐसा हो सकता है कि ठाकरे फैमिली से कोई सत्ता में पद ले। युवा सेना प्रमुख आदित्य ठाकरे यह महाराष्ट्र के भावी मुख्यमंत्री होंगे ऐसा वक्तव्य शिवसेना नेता संजय राउत ने जन आशीर्वाद यात्रा की शुरुआत करने के पहले दिया है कल उत्तर महाराष्ट्र से आदित्य ठाकरे ने अपनी जन आशीर्वाद यात्रा की शुरुआत की है इस यात्रा को आदित्य ठाकरे का पोलिटिकल लॉन्चिंग करके भी देखा जा रहा है पिछले कुछ सालों में आदित्य ठाकरे शिवसेना के प्रमुख और महत्वपूर्ण मामलों को भी देख रहे हैं।


महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव अभी 2 महीने बाद होने की उम्मीद है इसके लिए शिवसेना ने कमर कस ली है शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के पुत्र आदित्य ठाकरे को शिवसेना की राजनीति से फैमिलियर करने के लिए युवा सेना नाम का नया संगठन बनाया गया था और उस संगठन का प्रमुख पद आदित्य ठाकरे को दिया गया पिछले कुछ सालों से युवा सेना के नाम पर आदित्य ठाकरे महाराष्ट्र में युवा शिक्षा संबंधी दिक्कतों को लेकर लड़ रहे है लेकिन पिछले विधानसभा चुनाव में जब शिवसेना और बीजेपी का साथ छूटा उस वक्त की महत्वपूर्ण मीटिंग में भी आदित्य ठाकरे ने प्रमुख भूमिका निभाई थी तब से ही यानी पिछले 5 सालों से शिवसेना के महत्वपूर्ण मामलों में आदित्य ठाकरे की दखल रही है लेकिन इस विधानसभा चुनाव में प्रमुखता से मैदान में आ गए हैं महाराष्ट्र के सभी जिलों में आदित्य ठाकरे जन आशीर्वाद यात्रा निकालने वाले हैं पहिले फेस में आदित्य ठाकरे उत्तर महाराष्ट्र के 4 जिलों में यात्रा कर रहे हैं इस यात्रा को वह लोगों का खासकर जिन लोगों ने वोट दिया उनका आशीर्वाद और जिन्होंने वोट नहीं दिया उनको अपनी और आकर्षित करने के लिए यात्रा का स्वरूप तैयार किया गया है ऐसा आदित्य ठाकरे हर सभा में कह रहे हैं मुझे फोटो नहीं निकालना मुझे जनता का काम करना है यह भी आदित्य ठाकरे अलग-अलग जगह पर हो रही सभाओं में कह रहे हैं मैं आपकी समस्या सुनूंगा और उस समस्या को सुलझाने के लिए मुख्यमंत्री के पास जाकर लड़ाई लडूंगा ऐसा भी आदित्य ठाकरे कह रहे हैं लेकिन पिछले कुछ दिनों में आदित्य ठाकरे को महाराष्ट्र का उप मुख्यमंत्री बनाने की बात हो रही थी लेकिन जिस तरह से शिवसेना के कद्दावर नेता संजय राऊत इन्होंने अपनी जलगांव में हुई पत्रकार परिषद में स्पष्ट कर दिया क्यों हो उपमुख्यमंत्री नहीं तो महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनेंगे।

लोकसभा चुनाव में भाजपा और शिवसेना ने साथ में चुनाव लड़ा इस चुनाव में शिवसेना को अपने चार प्रमुख कद्दावर नेता को बड़ा भूत होते हुए देखना भी पड़ा,तब से शिवसेना संभल कर चल रही है इस बार विधानसभा चुनाव में शिवसेना और बीजेपी साथ में लड़ने की तैयारी कर रहे हैं लेकिन पिछली बार भाजपा को 122 सीटों पर विजय मिला था अगर शिवसेना और बीजेपी का गठबंधन हो जाता है तो बीजेपी को कुछ सीटें छोड़नी पड़ सकती है ऐसी चर्चा है। इसी कारण भाजप और शिवसेना की कोई औपचारिक मीटिंग अभी तक हुई नहीं है जो भी हुआ है वह हमेशा और उद्धव ठाकरे के मीटिंग में हुआ है ऐसा शिवसेना नेता कह रहे हैं तो दूसरी तरफ भाजपा ने 220 विधायक का लक्ष्य रखा है इसलिए शिवसेना भी अपनी तैयारी जोरदार तरीके से शुरू की है लेकिन जन आशीर्वाद यात्रा के माध्यम से आदित्य ठाकरे कार लॉन्चिंग शिवसेना को कितना सफलता दिलाता है यह चुनाव के बाद में ही पता चल पाएगा।