भाजपा को हराने के लिए किसी भी हद तक जा सकता हूँ-पूर्व सांसद रिजवान जहीर

रिजवान जहीर गठबंधन प्रत्याशी राम शिरोमणि वर्मा को जिताने के लिए जी जान से क्षेत्र में जुट गए हैं और अपने समर्थकों से उन्हें जिताने की अपील भी कर रहे हैं।

बलरामपुर: उत्तर प्रदेश की श्रावस्ती लोकसभा सीट जोकि दिग्गजों की सीट मानी जाती है। इस सीट पर इस बार त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है। जहां एक तरफ भाजपा से बागी हुए कांग्रेस प्रत्याशी धीरेंद्र प्रताप सिंह धीरू हैं तो वहीं सपा बसपा गठबंधन से बड़ी मशक्कत से श्रावस्ती लोकसभा सीट के लिए टिकट पाने वाले रामशिरोमणि वर्मा मैदान में हैं।

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भारतीय जनता पार्टी ने पुनः अपने सांसद पर विश्वास जताते हुए दद्दन मिश्रा को दोबारा अपना लोक सभा 2019 का प्रत्याशी बनाया है।

ऐसे में जोड़ तोड़ की राजनीति बदस्तूर जारी है। ऐसे में सपा बसपा गठबंधन के प्रत्याशी राम शिरोमणि वर्मा ने मास्टर स्ट्रोक खेलते हुए मुसलमानों के मसीहा कहे जाने वाले रिजवान जहीर को अपने पाले में ला खड़ा किया है।

रिजवान जहीर गठबंधन प्रत्याशी राम शिरोमणि वर्मा को जिताने के लिए जी जान से क्षेत्र में जुट गए हैं और अपने समर्थकों से उन्हें जिताने की अपील भी कर रहे हैं।

ऐसे में कांग्रेस छोड़कर बसपा की सदस्यता ग्रहण करने और शिरोमणि वर्मा के समर्थन में की जा रही प्रेसवार्ता में पूर्व सांसद रिजवान जहीर ने भाजपा को हराने के लिए किसी भी हद तक जाने की बात कही है।

पूर्व सांसद रिजवान जहीर ने प्रेसवार्ता में विवादित बयान दे दिया, पूर्व सांसद रिजवान जहीर ने कुछ ही दिन पहले कांग्रेस छोड़कर बसपा का दामन थाम लिया है।

रिजवान जहीर ने प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि भारतीय जनता पार्टी को हराने के लिए मैं किसी भी हद तक जा सकता हूं, कहीं भी जा सकता हूं मेरी लड़ाई सामंत वादियों से शुरू से रही है मेरी लड़ाई किसी प्रत्याशी से नहीं है भाजपा से है। मेरी सौ बार अर्थी गिरे और उठे भाजपा को हराना मेरा पहला लक्ष्य है और जरूरत पड़ेगी तो बंदूक उठाने को भी तैयार हूं।

जानिए पूर्व सांसद रिजवान जहीर का राजनीतिक इतिहास

रिजवान जहीर साल 1989 में निर्दल, 1993 में सपा व 1996 में बसपा से तुलसीपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए थे। साल 1998 व 1999 में सपा से वो श्रावस्ती लोकसभा से सांसद भी रहे हैं।

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रिजवान जहीर के राजनीति के सितारे गर्दिश में उस वक्त आ गए जब उन्होंने साल 1999 के बाद मुलायम सिंह यादव को सीधा चैलेंज करते हुए कहा कि रिजवान जहीर को किसी पार्टी की जरूरत नहीं है रिजवान जहीर खुद में पार्टी है और मुलायम सिंह यादव चाहे तो मेरे सामने चुनाव लड़ कर देख लें उन्हें भी हार ही हाथ लगेगी। जिसके बाद से रिजवान जहीर के सितारे गर्दिश में चले गए और तब से उन्होंने एक भी चुनाव नहीं जीता।