भाजपा का सत्ता से बाहर होना तय: अजित सिंह

विपक्षी गठबंधन की ओर से ‘सामाजिक न्याय से महापरिवर्तन महारैली’

 


SUDHIR KUMAR / SAHARANPUR

देवबंद में रविवार को विपक्षी गठबंधन की ओर से ‘सामाजिक न्याय से महापरिवर्तन महारैली’ आयोजित की गई। इसमें बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की मुखिया मायावती, समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव, राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह ने हिस्सा लिया।

रैली में अजित सिंह ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर हमला करते हुए कहा, “भाजपा पिछले पांच साल में कुछ नहीं कर पाई। गांवों में किसान कहते हैं कि ‘मोदी-योगी’ उनकी फसल चर रहे हैं। इस रैली की भीड़ देखकर लग रहा है कि भाजपा का सूपड़ा साफ हो रहा है। अब तो उनका सत्ता से बाहर होना तय हो गया है।”

अजित सिंह ने सवाल किया, “पांच साल में मोदी ने क्या किया? अच्छे दिन आपके नहीं मोदी के आए हैं।”

उन्होंने कहा, “संविधान ने ताकत दी है कि हर पांच साल में सरकार बदली जा सकती है लेकिन अब हालात बदल रहे हैं। भाजपा के लोग कहते हैं कि मोदी 50 साल राज करेगा और भाजपा के सांसद साक्षी महाराज कहते हैं कि ये आखिरी चुनाव है। इसलिए संविधान ने जो ताकत दी है कि हर पांच साल में सरकार बदली जा सकती है, उसका इस्तेमाल कीजिए।”

उन्होंने कहा, “किसान को खैरात नहीं अपनी मेहनत का पैसा चाहिए। वादे के बाद भी नहीं मिला लोगों को रोजगार।”

अजित ने कहा “मोदी जी, किसान गन्ने का दाम मांगने दो अक्टूबर को दिल्ली गए थे जिनपर आपने लाठी चलवाई, पानी की बौछारें मारीं। भाजपा किसान विरोधी है। उसे गांवों में कभी वोट नहीं मिलता था, भाजपा दंगों की वजह से सत्ता में आई है।”

उन्होंने कहा कि ‘मायावती जी और मुलायम जी के शासन में गन्ने का दाम बढ़ाया गया, लेकिन योगी (आदित्यनाथ) के शासन में गन्ने का दाम एक रुपया नहीं बढ़ा।’

एकजुट विपक्ष के रूप में पहली रैली करते हुए बीएसपी सुप्रीमो मायावतीऔर एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने केंद्र और राज्य की भारतीय जनता पार्टी सरकार पर जमकर हमला बोला। दोनों ही नेताओं ने लोगों से अपील की वोट बंटने न दें। एक ओर जहां माया ने कहा कि महागठबंधन की महारैली में उमड़ी भीड़ के बारे में जब पीएम मोदी को जानकारी मिलेगी तो वह घबराकर पगला जाएंगे और ‘सराब-सराब’ करने लगेंगे, तो वहीं अखिलेश ने कहा कि ‘सराब’ बताने वाले लोग खुद सत्ता के नशे में चूर हैं।

उत्तर प्रदेश से भाजपा अब जा रही है : मायावती

सहारनपुर : लोकसभा चुनावों के लिए उत्तर प्रदेश में सहारनपुर के देवबंद में सपा, बसपा और रालोद गठबंधन द्वारा पहली संयुक्त रैली आयोजित की गई। इसमें बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की मुखिया मायावती ,समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव, राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) अध्यक्ष चौधरी अजीत सिंह ने भाग लिया।

रैली में बसपा मुखिया मायावती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मोदी को देश की कोई भी चिंता नहीं है। वह तो अपनी पार्टी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ब्रांडिंग में लगे हैं।

उन्होंने कहा, “अब उनको गठबंधन से डर लग रहा है। यह तो तय है कि अब उत्तर प्रदेश से भाजपा जा रही है और गठबंधन पूर्ण बहुमत के साथ आ रहा है।”

मायावती ने कहा, “मोदी सिर्फ गरीबों का साथ देने का नाटक कर रहे हैं। उनका पूरा ध्यान तो धन्ना सेठों को और ज्यादा अमीर बनाने का है। भाजपा इस बार सत्ता से जरूर बाहर होगी। इन्हें इनकी चौकीदारी की नाटकबाजी भी नहीं बचा पाएगी, चाहे चुनाव में इनके छोटे-बड़े चौकीदार कितनी ही ताकत क्यों ना लगा लें।”

माायावती ने कहा, “ये (भाजपा) चुनाव घोषित होने वाले दिन तक हवा हवाई घोषणाओं में जुटे रहे, इन्होंने इसे पुलवामा हमले तक भी इसे जारी रखा है। पुलवामा हमले के दिन भी कई कार्यक्रम हुए, पुलवामा घटना ने इनकी देशभक्ति का भी पदार्फाश किया।”

उन्होंने कहा कि अगर ईवीएम में गड़बड़ नहीं हुई तो महागठबंधन की जीत होगी। भाजपा के राज में आरक्षण व्यवस्था कमजोर हुई।

अखिलेश यादव ने रैली में कहा, “ये टीवी पर पैर धो रहे थे और दूसरी तरफ नौकरियां धो डालीं। हमारे व्यापारी भाई इस सरकार में केवल लंच और मंच के लिए रह गए हैं, उनकी तरक्की नहीं हुई। ये किसानों की धरती है। यहां के लोग गन्ना पैदाकर पूरे देश को मिठास देने का काम कर रहे हैं।”

अखिलेश ने कहा, “हम चौकीदार की चौकी छीनने का काम करेंगे। हमारे गठबंधन को मिलावट का गठबंधन कहते हैं। ये ‘सराब’ बताने वाले लोग सत्ता के नशे में हैं। ये मिलावट का गठबंधन नहीं है, यह परिवर्तन का गठबंधन हैं। ये नई सरकार का गठबंधन है।”

उन्होंने कांग्रेस पर भी हमला बोलते हुए कहा, “कांग्रेस का भी यही हाल है, दोनों की नीतियां एक हैं। ये महागठबंधन तो देश में बदलाव लाने के लिए है। सोचना आपको है।”