
तेहरान: ईरान के विदेश मंत्री जावद जरीफ ने बुधवार को कहा कि परमाणु समझौते से निकलने के बाद अमेरिका ने ईरान के खिलाफ जो प्रतिबंध लगाए हैं, उन्हें दरकिनार करने की ताकत यूरोपीय देशों में नहीं है।
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ईरान और छह वैश्विक शक्तियों के बीच 2015 में समझौता हुआ था। इसके तहत ईरान को अपने परमाणु कार्यक्रम बंद करने थे और बदले में उसपर लगे प्रतिबंध हटाए जाने थे। लेकिन पिछले वर्ष अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका को इस समझौते से बाहर निकालने की घोषणा कर दी।
जरीफ ने एक साक्षात्कार में कहा, ‘‘ यूरोपीय देशों ने पहले जेसीपीओए (परमाणु समझौते) को एक सफलता के तौर पर देखा, लेकिन शायद वह तैयार नहीं थे और निश्चित तौर पर वे अमेरिकी प्रतिबंधों के खिलाफ खड़े होने में सक्षम नहीं थे।’’
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उन्होंने कहा, ‘‘हम यूरोपीय देशों पर उनकी प्रतिबद्धताएं पूरी करने का दबाव बनाते रहेंगे। यूरोपीय देशों को पता होना चाहिए कि वे कुछ बयानों और अधूरी योजनाओं के दम पर अपनी जिम्मेदारियों से पीछे नहीं हट सकते।’’
(भाषा)