राजधानी के लोगों को रास नहीं आ रहा कांग्रेस का देशद्रोह कानून खत्म करने की बात!

इस मुद्दे पर Newstrack.Com ने जनता से बातचीत की, तो लोगों ने इस पर तरह तरह कि प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वो इसे खत्म नहीं कर सकते, अगर खत्म कर दिया तो फिर क्या करेंगे? तो कुछ लोगों ने कहा कि अगर ये खत्म हुआ तो अफरा तफरी मच जाएगी|

शाश्वत मिश्रा

लखनऊ: जबसे राहुल गांधी ने काँग्रेस का घोषणा पत्र जारी किया है देश में एक अलग तरह का माहौल बना जा रहा है, लोगों की नज़रों में काँग्रेस के लिए अहमियत कम होती नज़र आ रही है और इसकी वजह है-देशद्रोह का कानून 124A|

जबसे काँग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में इस बात का ज़िक्र किया है कि उनकी सरकार बनने पर वो देशद्रोह का कानून खत्म कर देंगे तबसे जनता उनसे नाराज़ नज़र आ रही है| दरअसल देशद्रोह एक ऐसा कानून है जिसमें अगर देश के खिलाफ आप कुछ भी बोलते हैं या लिखते हैं और उससे किसी को ठेस पहुचती है, तब आप पर देशद्रोह का मुकदमा चलाया जा सकता है|

ये भी पढ़ें— तो क्या वायनाड से चुनाव जीतने के बाद राहुल छोड़ देंगे अमेठी, प्रियंका ने दिया संकेत!

इस मुद्दे पर Newstrack.Com ने जनता से बातचीत की, तो लोगों ने इस पर तरह तरह कि प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वो इसे खत्म नहीं कर सकते, अगर खत्म कर दिया तो फिर क्या करेंगे? तो कुछ लोगों ने कहा कि अगर ये खत्म हुआ तो अफरा तफरी मच जाएगी|

जानें क्या कहते हैं लोग…

”वादें तो 55 साल से किये,सरकार बन जाये तो हटा कर दिखाएं।” जगदीश (ठाकुरगंज, लखनऊ)।

”बिल्कुल गलत है ये हटाना, अगर कुछ करना है तो हमारे देश का क्राइम कम करें।” संध्या दीक्षित (गोमतीनगर, लखनऊ)।

”ऐसा होना ही नही चाहिए, ये बिल्कुल नही हटना चाहिए।” राकेश कुमार द्विवेदी (इन्द्रानगर, लखनऊ)।

”कांग्रेस ने अपने घोसणापत्र में 124 ए को हटाने की बात कही है, तो इस पर मैं यही कहूंगा कि वो इसमें कुछ सुधार कर सकती है लेकिन हटा नही सकती।” विकास (बी0बी0डी के छात्र)

”सरकार जो भी आए लेकिन इस तरह के कानून रहने चाहिए।” राजकुमार (रिटायर्ड सिपाही)

ये भी पढ़ें— ‘रामराज और निषाद’ मिलन पर मना जश्न, सांसद प्रवीण निषाद बीजेपी में शामिल

”ये झूठ है ऐसा ये कुछ भी नही कर सकते।” अभिषेक श्रीवास्तव (कैंपेल रोड, लखनऊ)

”124ए बिल्कुल नही हटना चाहिए, जिसे देश छोड़ कर जाना हो जाए।” नीरज शुक्ल (ठाकुरगंज, लखनऊ)।

”राजनीतिक पार्टी अपना जाने, लेकिन देशद्रोह का कोई अगर कार्य करेगा तो फिर हम क्या करेंगे?” कोमल श्रीवास्तव (इन्द्रानगर, लखनऊ)।

”ये गलत नही है, अगर भाजपा और आरएसएस के लिए सविंधान कुछ है ही नही, वो जिसको मन करे देशद्रोही कह दें, तो इस माहौल को देखते हुए अगर राहुल ने ये कहा है तो ये सही है।” सईदुल हसन (हज़रतगंज, लखनऊ)

”ये 100 परसेंट गलत है, और मेरी पूरी उम्मीद है मोदीजी फिर से आएंगे, ये देशद्रोह का कानून नही खत्म कर पाएंगे।” सोनू गुप्ता (मोहनलालगंज, लखनऊ)।

ये भी पढ़ें— कभी कांग्रेस की वफादार रही ये महिला, वायनाड में अब राहुल को देगी चुनौती

”ये गलत है क्योंकि अगर देशद्रोह की धारा ही खत्म हो जाएगी तो अफरा तफरी मच जाएगी और रही बात कि लोगों को फसाया जाता है इसमें तो मीडिया इतनी फैल गयी है कि कोई झूठ नही बोल सकता और जेएनयू में देशद्रोह के नारे लगे वो पूरे रिकॉर्ड में हैं” कौशिक मिश्रा (गोमतीनगर, लखनऊ)।