शहीद दीपक पाण्डेय को नमन, पिता बोले- बेटे की शादी के लिए बनवा रहे थे घर

बडगाम में एमआई-17 चॉपर क्रैश होने से कानपुर के दीपक पाण्डेय शहीद हो गए। शहीद के परिवार को जब इसकी सूचना श्रीनगर एयर बेस से मिली तो पूरे परिवार में कोहराम मच गया। शहीद के पिता ने बताया कि एक इलौता बेटा था जिसकी शादी के लिए मै घर बनवा रहा था।

शहीद दीपक पाण्डेय को सिर्फ नमन, पिता बोले बेटे की शादी के लिए बनवा रहे थे घर

कानपुर: बडगाम में एमआई-17 चॉपर क्रैश होने से कानपुर के दीपक पाण्डेय शहीद हो गए। शहीद के परिवार को जब इसकी सूचना श्रीनगर एयर बेस से मिली तो पूरे परिवार में कोहराम मच गया। शहीद के पिता ने बताया कि एक इलौता बेटा था जिसकी शादी के लिए मै घर बनवा रहा था। बेटा कहता था कि पापा पहले घर बनवा लू फिर शादी करूंगा। एक हफ्ते पहले ही छुट्टिया बिता कर घर से गया था दीपक। जाते वक्त मुझसे कहा था पापा अपना और माँ का ख्याल रखना जल्दी वापस लौटूंगा। लेकिन मुझे यह उम्मीद नहीं की बेटे के ऐसी खबर भी सुननी पड़ेगी।

यह भी पढ़ें…..भारत की कार्रवाई के बीच पाक के झूठे दावे, जारी किया 3 साल पुराना वीडियो

चकेरी थाना क्षेत्र स्थित मंगला विहार में रहने वाले राम प्रकाश पाण्डेय प्राइवेट नौकरी करते थे। परिवार में पत्नी रमा पाण्डेय और बेटा दीपक था। दीपक ने सरस्वती विद्या निकेतन इंटर कॉलेज से 12 वीं की परीक्षा पास की थी। दीपक बचपन से ही पढाई में बहुत अच्छा था और उसका इंटर के बाद ही सितम्बर 2012 में इन्डियन एयर फ़ोर्स में सिलेक्शन हो गया था।

शहीद दीपक के पिता रामप्रकाश पाण्डेय ने बताया कि दीपक 28 जनवरी को छुट्टिया लेकर घर आया था। दरअसल दीपक की शादी के लिए घर बनवा रहे थे ,मैंने उससे कहा था कि बेटा छुट्टी लेकर आ जाओ और अपने हिसाब से अपने कमरे का डिजाइन और डेकोरेशन देख लो आक। जब वो छुट्टी से आया तो दीपक ने मकान की फिनिशिंग का काम देखा और अपने हिसाब से घर का काम काज देखा।

यह भी पढ़ें….एयर स्ट्राइक के बाद उत्तर प्रदेश की सीमाएं सील, चप्पे-चप्पे पर पुलिस मुस्तैद

उन्होंने बताया कि दीपक ने इंटर की पढाई के बाद सितम्बर 2012 में एयर फ़ोर्स ज्वाइन की थी। 2012 में दीपक ट्रेनिंग के लिए चला गया था। दीपक की पहली पोस्टिंग जामनगर में थी और श्रीनगर में उसकी दूसरी पोस्टिंग थी। उन्होंने बताया कि आज मेरे पास श्रीनगर एयर बेस से फोन आया। उनके सीओ ने मुझसे बात की उन्होंने बताया कि दीपक का चॉपर क्रैश हो गया है। यह सुनते ही मेरे आँखों के सामने अँधेरा छा गया।

यह भी पढ़ें…..अखाड़ा परिषद के संत बोल- पाक के आतंकी शिविरों को चुन-चुन कर ध्वस्त करे सरकार

बीते मंगलवार की रात को मोबाइल पर बात हुई थी। मैंने उससे पूछा कि बेटा खाना खा लिया तो उसने कहा अभी खाना नहीं खाया है अब जा रहा हूँ। जब उससे वहां के हालात के बारे में पूछा तो उसने कुछ भी नहीं बताया था।