आपदा प्रबंध्र के लिए नागरिक सुरक्षा संगठन की सहायता ली जाए

Published on July 19, 2018 by   ·   No Comments

आई एन वी सी न्यूज़
लखनऊ,
उत्तर प्रदश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी न आज यहां शास्त्री भवन में उत्तर प्रदश राज्य आपदा प्रबंध प्राधिकरण क सशक्तीकरण के सम्बन्ध में प्रस्तुतिकरण का अवलाकन किया। उन्होंन निर्देश दिये कि राज्य आपदा प्रबंध के तहत स्थानीय आवश्यकताआं तथा भौगालिक परिस्थितियों का भी ध्यान रखा जाए। उन्हांन राजस्थान राज्य से लगे प्रदश के क्षेत्रां में चक्रवाती तूफान की सम्भावनाआं को ध्यान में रखत हुए आपदा प्रबंध की याजना बनाने के निर्देश दिय।

मुख्यमंत्री जी ने भूकम्प, आलावृष्टि, बेमौसम भारी वर्षा, आकाशीय विद्युत की घटनाआं, नाव दुर्घटनाआं, भीषण मार्ग दुर्घटनाआं, वायु दुर्घटना, रेल दुर्घटना इत्यादि के लिए बेहतर आपदा प्रबंध की योजना बनान के भी निर्देश दिये। उन्होंन आपदा प्रबंध के लिए नागरिक सुरक्षा संगठन की सहायता लेने के भी निर्देश दिये। उन्होंन राज्य सरकार द्वारा गठित युवक मंगल दल का भी आपदा प्रबंध क लिए प्रशिक्षित करन के उपरान्त इस कार्य में उनकी सहायता लेन के निर्देश दिय।

मुख्यमंत्री जी न कहा कि आपदा प्रबंध अग्निशमन की महत्वपूर्ण भूमिका हाती है। अतः इस सम्बन्ध में व्यापक तैयारी की जाए, ताकि आग लगन जैसी आपदाओं का सामना प्रभावी ढंग स किया जा सके। उन्होंन बाढ़ की सम्भावनाआं के मद्देनजर राज्य के बाढ़ की सम्भावनाओं वाले सभी जनपदां में कंट्राल रूम स्थापित करन के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री जी न सूखाग्रस्त तथा जलाभाव वाले क्षेत्रों के साथ-साथ प्रदश के सभी क्षत्रों मं जल संरक्षण के सम्बन्ध में प्रभावी कदम उठान के भी निर्देश दिय, ताकि पानी की कमी से निपटा जा सके। उन्होंन सरकारी भवनों मं जल संचयन एवं संरक्षण की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिय। उन्हांने भवन निर्माण के लिए नक्शा पास करन के लिए भवन में जल संरक्षण की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिये।

प्रस्तुतिकरण दत हुए अपर मुख्य सचिव राजस्व तथा एस0डी0एम0ए0 की पदन अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्रीमती रणुका कुमार न मुख्यमंत्री जी को राज्य आपदा प्रबंध प्राधिकरण की संरचना के विषय मं अवगत कराया। उन्हांने राज्य आपदा प्रबंध प्राधिकरण के विचारणीय बिन्दुओं जैसे प्राधिकरण में उपाध्यक्ष नामित किया जाना, परियाजना निदशक के पद पर तैनाती, राज्य आपदा प्रबंध प्राधिकरण के भवन तथा राज्य स्तरीय इमरजेंसी ऑपरेशन सेण्टर तथा अन्य संसाधनों के विषय में भी विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने अवगत कराया कि राज्य के सभी जनपदां में जिला आपदा प्रबंध प्राधिकरण का गठन किया जा चुका है। उन्होंन जनपद स्तर पर आपदा प्रबंध तंत्र के सुदृढ़ीकरण के विषय में भी जानकारी दी।

प्रस्तुतिकरण के दौरान एस0डी0एम0ए0 की पदन अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी न प्राधिकरण द्वारा संचालित की जान वाली महत्वपूर्ण याजनाओं के विषय में भी मुख्यमंत्री जी का अवगत कराया। उन्हांन बताया कि इन योजनाओं में मुख्यमंत्री स्कूल सुरक्षा कार्यक्रम, समुदाय आधारित आपदा प्रबंध कार्यक्रम इत्यादि शामिल हैं। उन्होंन भविष्य में प्रस्तावित कार्यक्रमां के विषय में जानकारी दत हुए बताया कि इसके तहत पायलेट बुन्दलखण्ड सूखा प्रतिराधी फसल (सुपर फूड) योजना, मुख्यमंत्री वज्रपात सुरक्षा योजना, पायलेट मुख्यमंत्री बाढ़ मैपिंग तथा पूर्वानुमान तंत्र, पायलट मुख्यमंत्री सड़क सुरक्षा योजना, पायलेट बुन्दलखण्ड हरीतिमा एवं जलवर्धन याजना, पूर्व चेतावनी एवं मौसम निगरानी नेटवर्क, डिजास्टर नॉलेज एवं डटा सेण्टर तथा डिजास्टर मैनजमंट ऑडिट प्राग्राम शामिल हैं।

प्रस्तुतिकरण के उपरान्त मुख्यमंत्री जी न आपदा प्रबंध के लिए सभी पहलुआं पर विचार करत हुए प्रभावी योजना शीघ्र बनाकर लागू करन के निर्देश दिय।

इस अवसर पर मुख्य सचिव डॉ0 अनूप चन्द्र पाण्डेय, प्रमुख सचिव वित्त श्री संजीव मित्तल, राहत आयुक्त श्री संजय कुमार, सचिव मुख्यमंत्री श्री मृत्युंजय कुमार नारायण सहित सम्बन्धित विभागां के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।