आई एन वी सी न्यूज़
जयपुर,
‘पहले पीपल्दा विधानसभा क्षेत्र में आना काले पानी की सजा की तरह था। कोई भी यहां आना नहीं चाहता था। किसी अधिकारी-कर्मचारी की पोस्टिंग यहां होती थी तो वह जल्द से जल्द यहां से जाना चाहता था, लेकिन पिछले साढे़ चार साल में इस क्षेत्र में विकास की जो गंगा बही है, उससे यहां की तस्वीर और यहां के लिए लोगों की सोच पूरी तरह बदल गई है।
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे से बुधवार को कोटा के इटावा में पीपल्दा विधानसभा क्षेत्र के जनसंवाद के दौरान लोगों ने इस तरह के विचार व्यक्त किए। लोगों ने कहा कि उन्हें ऎसी उम्मीद नहीं थी कि मात्र साढे़ चार वर्ष में उनके क्षेत्र में सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, विद्युत सहित अन्य सुविधाओं का इतना बेहतरीन विकास होगा। यह सब राज्य सरकार की समग्र विकास की सोच से ही संभव हुआ है। पीपल्दा क्षेत्र के लोगों ने इस अभूतपूर्व विकास के लिए मुख्यमंत्री का बारम्बार आभार व्यक्त किया।
श्रीमती राजे ने इस अवसर पर कहा कि हमारी सरकार ने हर क्षेत्र के विकास के लिए जो काम हाथ में लिए थे, वो अब धरातल पर नजर आ रहे हैं। विकास के इन कामों का फायदा आने वाले समय में और अधिक देखने को मिलेगा। जैसे-जैसे हमारी बड़ी परियोजनाएं पूरी होती जाएंगी, वैसे-वैसे नये राजस्थान की सूरत सामने आती जाएगी। हम ऎसा समृद्ध और विकसित राजस्थान आपको देना चाहते हैं, जिसका हम दशकों से सपना देख रहे थे। उन्होंने क्षेत्रवासियों से कहा कि आप इसी तरह प्यार, विश्वास और आशीर्वाद बनाए रखें ताकि हम इस मिशन को जल्द पूरा सकें।
ऎसे बदली पीपल्दा की तस्वीर
मुख्यमंत्री ने कहा कि पीपल्दा विधानसभा क्षेत्र की तस्वीर बदलने के लिए पिछले साढ़े 4 वर्ष में 1573 करोड़ रूपए के विकास कार्य स्वीकृत किए गए, जबकि पिछली सरकार ने अपने पूरे कार्यकाल में 360 करोड़ रूपए ही व्यय किए थे। हमने इटावा में नया राजकीय महाविद्यालय स्थापित करने के साथ-साथ परवन-अकावद पेयजल परियोजना और हरिपुरा मांझी पेयजल योजना की स्वीकृति जारी की है। उन्होंने कहा कि राज्य राजमार्ग योजना के तहत 121 करोड़ रूपए की लागत से गैंता माखीदा पुलिया के लिए सड़क निर्माण कार्य चल रहा है। साथ ही, कोटड़ादीप सिंह, रेलगांव, लुहावद, गैंता, डूंगरली, सनमानपुरा में 33 केवी क्षमता के सब स्टेशन स्थापित किए गए हैं।
श्रीमती राजे ने कहा कि ग्रामीण गौरव पथ योजना के तहत 21 करोड़ रूपए की लागत से 27 किलोमीटर से अधिक लंबाई की 30 सड़कों के कार्य पूरे करवाए हैं। वहीं 7 करोड़ रूपए की लागत से 12 किलोमीटर के मिसिंग लिंक सड़कों के कार्य पूरे हो चुके हैं। आरआईडीएफ में साढ़े 27 करोड़ रूपए की लागत से 96 किलोमीटर लम्बी 27 सड़कों का नवीनीकरण हो चुका है। 9 हजार 830 परिवारों को घरेलू बिजली कनेक्शन और 753 कृषि कनेक्शन भी जारी किए गए हैं। उन्होंने कहा कि यहां 70 आदर्श एवं 41 उत्कृष्ट विद्यालय स्थापित किए गए हैं। साथ ही 4 आदर्श प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र विकसित किए गए हैं।