घायलों के बेहतर इलाज के साथ-साथ दो लाख की आर्थिक मदद

Published on May 16, 2018 by   ·   No Comments

आई एन वी सी न्यूज़
लखनऊ,
वाराणसी फ्लाई ओवर हादसे की उच्च स्तरीय तकनीकी जांच के आदेश दे दिए गए है। उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने वाराणसी में पत्रकारों से बातचीत के दौरान बताया कि फ्लाई ओवर हादसे के तकनीकी बिन्दुओं की जानकारी के लिए तीन सदस्यीय उच्च स्तरीय तकनीकी विशेषज्ञों की टीम गठित कर दी है जो 15 दिन में अपनी रिपोर्ट सरकार को प्रस्तुत करेगी। उन्होंने बताया कि तकनीकी टीम में वाई0के0 गुप्ता मुख्य अभियंता, लोक निर्माण विभाग कमेटी के अध्यक्ष होंगे जबकि वाई0के0 शर्मा संयुक्त प्रबंध निदेशक उ0प्र0 राज्य सेतु निगम तथा चीफ इंजीनियर इलाहाबाद श्री एस0के0 गुप्ता सदस्य बनाए गए है।

उप मुख्यमंत्री ने हादसे पर गहरा दुःख व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी शोक संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में चल रहे सभी प्रकार के निर्माण खासकर सेतुओं के निर्माण कार्यों में सुरक्षा उपायों की जांच तथा समीक्षा की जाएगी ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। श्री मौर्य ने कहा कि सुरक्षा उपायों में लापरवाही बरतने वाले अधिकारी दण्डित किए जाएगंे। उन्होंने बताया कि हादसे में घायल व्यक्तियों को दो-दो लाख की आर्थिक मदद के साथ-साथ उनका बेहतर से बेहतर उपचार कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मैं स्वयं विभिन्न अस्पतालों में भर्ती घायलों से मिला हूँ और उपचार की माॅनीटरिंग भी कर रहा हूँ। सरकार दुर्घटना में दिवंगत लोगों के परिजनों के दुःख की इस घड़ी में उनके साथ है। श्री मौर्य ने बताया कि दुर्घटना में मृत व्यक्तियों के परिजनों को 5-5 लाख की आर्थिक मदद दी गई है।

श्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि हादसे के कारणों को दृष्टिगत प्रथम दृष्टया दोषी मानते हुए चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर एच0सी0 तिवारी, प्रोजेक्ट मैनेजर के0आर0 सूदन, सहायक अभियंता राजेन्द्र सिंह व जूनियर इंजीनियर लालचन्द्र को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया गया है तथा  निर्माण कार्य प्रभावित न हो अतः उनके स्थान पर अधिकारियों की नियुक्ति शीघ्र कर दी गई है। उन्होंने कहा कि निलम्बित चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर एस0सी0 तिवारी के स्थान पर ए0के0 श्रीवास्तव तथा निलम्बित प्रोजेक्ट मैनेजर के0आर0 सूदन के स्थान पर श्री संजीव गुप्ता की तैनाती करते हुए उन्हें तत्काल अपना कार्यभार ग्रहण करने के आदेश दे दिए गए हैं।