ब्रह्मांड में नई दुनिया का पता लगाने के लिए अब इस्तेमाल कीजिए गूगल का आर्टिफिशयल इंटेलीजेंस
नासा के ग्रह खोज अभियान के डेटा का विश्लेषण करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली गूगल की आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस प्रणाली अब सार्वजनिक कर दी गई है जिससे कि ब्रह्मांड में नई दुनिया का पता लगाने में शौकिया वैज्ञानिकों को मदद मिल सकेगी.
गूगल की आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस प्रणाली अब सार्वजनिक कर दी गई है.
खास बातें
गूगल की आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस प्रणाली अब सार्वजनिक कर दी गई है
नई दुनिया का पता लगाने में शौकिया वैज्ञानिकों को मदद मिल सकेगी.
यह कार्य लगभग 700 तारों के शुरुआती विश्लेषण के जारी किया गया.
नई दिल्ली: नासा के ग्रह खोज अभियान के डेटा का विश्लेषण करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली गूगल की आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस प्रणाली अब सार्वजनिक कर दी गई है जिससे कि ब्रह्मांड में नई दुनिया का पता लगाने में शौकिया वैज्ञानिकों को मदद मिल सकेगी. प्रणाली ने हाल में नासा की केपलर अंतरिक्ष दूरबीन से प्राप्त होने वाले डेटा के विश्लेषण और सबसे भरोसेमंद ग्रह संकेत कों की सटीक पहचान के लिए न्यूरल नेटवर्क को प्रशिक्षण के जरिए सौरमंडल से बाहर दो ग्रहों की खोज की है.
यह कार्य लगभग 700 तारों के शुरुआती विश्लेषण के जरि किया गया. गूगल ब्रेन टीम के वरिष्ठ सॉफ्टवेयर इंजीनियर क्रिस शैल्यू ने अपने ब्लॉग पोस्ट में लिखा, ‘‘हम केपलर डेटा प्रक्रिया, अपने न्यूरल नेटवर्क मॉडल को प्रशिक्षण और नए अभ्यर्थी संकेतों के बारे में पूर्वानुमान व्यक्त करने के लिए अपनी नियमावली जारी कर रोमांचित हैं.’’