ओडिशा सिविल सर्विस 2016 की टॉपर बनी चिन्मयी चेतना दास
खास बातें
ओडिशा सिविल सर्विस 2016 की टॉपर बनी चिन्मयी चेतना दास
चिन्मयी चेतना दास ने छात्रों को दी खुद पर विश्वास करने की सलाह
कट्टक के सालीपुर की रहने वाली हैं चिन्मयी चेतना दास
नई दिल्ली: ओडिशा सिविल सर्विस 2016 की टॉपर बनी चिन्मयी चेतना दास ने अपने पहले ही प्रयास में इतनी बड़ी सफलता हासिल की. कट्टक के सालीपुर की रहने वाली चिन्मयी पेशे से एक सिविल इंजीनियर हैं और तैयारी के साथ-साथ वो अपनी M .Tech की भी पढ़ाई कर रही थीं. क्वांटिटी टाइम से ज्यादा चिन्मयी क्वालिटी पढ़ाई पर ज्यादा फोकस करने पर यकीन रखती हैं. उन्होंने एनडीटीवी से ख़ास बातचीत करते हुए बताया कि दिन में 6-7 घंटे पढ़कर और खुद के द्वारा बनाये गए हर दिन के लक्ष्य को पूरा करके उन्होंने ये मुकाम हासिल किया है. टाइम मैनेजमेंट पर चिन्मयी सबसे ज्यादा ध्यान रखने की सलाह दूसके लोगों को भी देती हैं, क्यूंकि उनका मानना है कि अगर हम समय सीमा निर्धारित नहीं करेंगे तो परीक्षा नजदीक आने पर घबरा जायेंगे और हमारी मेहनत बेकार हो जायेगी.
उनकी तैयारी के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि उन्होंने प्रीलिम्स और मेन्स परीक्षा की तैयारी साथ-साथ की, क्यूंकि दोनों के बीच रिजल्ट आने के बाद बहुत काम समय होता है और तब आप पूरे पाठ्क्रम को खत्म नहीं कर पाएंगे, इसलिए बेहतर है कि सकारात्मक सोच रखें और पाठ्क्रम को ध्यान में रखकर तैयारी करें. ताकि आप तैयारी के दौरान भटके नहीं. इतिहास और भूगोल में खास दिलचस्पी रखने की वजह से उन्होंने इंजीनियर होने के बावजूद इन्हीं विषयों को अपना वैकप्लिक विषय चुना और सफलता हासिल की.
चिनमयी का मानना है की किस्मत से ज्यादा हमें अपनी मेहनत पर यकीन रखना चाहिए और अगर असफल हो भी जाएं तो बिना निराश हुए दोबारा तैयारी करनी चाहिए. उनका कहना है कि अगर आप तैयारी करने की सोच रहे हैं तो आपको सबसे पहले अपनी रणनीति तय करनी होगी कि आप कब और कैसे किस विषय को पूरा करेंगे. उनके मुताबिक़, आपको पहले अपने छोटे-छोटे बनाये गए लक्ष्यों को पूरा करना चाहिए, ताकि आप अपने बड़े लक्ष्य को हासिल कर पाएं. धैर्य और संयम ही उनके मुताबिक़ आपको आपकी सफलता के शिखर पर ले जायेंगे.
VIDEO: हमलोग: परीक्षा का तनाव कम करने के लिए PM मोदी की किताब ‘Exam Warriors’ इंटरव्यू की उनकी रणनीति पर जब उनसे पूछा गया, तब उन्होंने बताया कि इंटरव्यू के लिए आपके अंदर सेल्फ कॉन्फिडेंस अवश्य होना चाहिए. अगर आपको किसी सवाल का उत्तर नहीं भी आता हो, तब भी आप को कॉन्फिडेंस नहीं छोड़ना है और अपना जबाब आराम से देना है. ओडिशा सिविल सर्विसेज के वर्ष 2016 के नतीजे ओडिशा पब्लिक सर्विस कमिशन ने शुक्रवार 9 मार्च 2018 को घोषित किये, जिसमें 290 में कुल 145 कैंडिडेट सफल हुए.