चंद्रबाबू नायडू के बाद बिहार से फिर उठी विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग

जेडीयू के प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि बिहार को जब तक विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिलेगा, उसका विकास नहीं हो पाएगा.

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चंद्रबाबू नायडू के बाद बिहार से फिर उठी विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार. (फाइल फोटो)

नई दिल्ली: एनडीए का एक और सहयोगी दल जेडीयू भी टीडीपी की हिमायत में सुर तेज़ कर रहा है. बिहार में महागठबंधन तोड़कर बीजेपी की मदद से सरकार बनाने वाली जनता दल यूनाइटेड ने भी विशेष राज्य का दर्जा न मिलने पर असंतोष जाहिर किया है. जेडीयू के प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि बिहार का जब बंटवारा हुआ था और नीतीश कुमार जब 2005 में मुख्यमंत्री बने थे तब विधानसभा में सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पास किया गया था. उस समय एडनीए की सरकार थी. उसके बाद यूपीए की सरकार में भी हम लगातार इस मांग को उठाते रहे हैं. 

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उन्होंने कहा कि बिहार को जब तक विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिलेगा, उसका विकास नहीं हो पाएगा. केसी त्यागी ने कहा कि हम आंध्र प्रदेश की मांग का समर्थन करते हैं. उन्होंने कहा आज आंध्र प्रदेश की वही स्थिति है जो बिहार की थी. विभाजन के की तर्ज पर अधिकतर संसाधन आंध्र से अलग होने के बाद तेलंगाना के पास पहुंच गए. उन्होंने कहा कि बिहार भी विशेष राज्य के दर्जे का हकदार है. उन्होंने कहा कि बिहार का बंटवारा होने के बाद सारे संसाधन झारखंड के पास चले गए. केसी त्यागी ने कहा कि नीतीश कुमार हमेशा पीएम मोदी इसके लिए पीएम मोदी से बात करते रहते हैं. उन्होंने हमेशा पीएम से राज्य को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की है. 

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गौरतलब है कि आंध्र प्रदेश की टीडीपी-बीजेपी सरकार में इस मुद्दे को लेकर तकरार आ गई है. राज्य में बीजेपी कोटे के दो मंत्रियों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है, तो वहीं केंद्र में टीडीपी कोटे से केंद्र में दोनों मंत्रियों ने भी देर शाम पीएम मोदी को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. मोदी सरकार में टीडीपी से दो नागरिक उड्डयन मंत्री अशोक गजपति राजू और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री वाईएस चौधरी थे. 

VIDEO :  बिहार से भी उठी विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग


इस मसले पर चल रही राजनीति में कांग्रेस भी कूद पड़ी है. राहुल गांधी दो दिन पहले सार्वजनिक तौर पर यह कह चुके हैं कि अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो आंध्र को विशेष राज्य का दर्ज़ा दिया जाएगा. बुधवार को चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि चार साल में वो 29 बार दिल्ली आए, लेकिन बीजेपी नेताओं के कानों में जूं तक नहीं रेंगी. अब बीजेपी के वरिष्ठ मंत्री और नेता आंध्र के साथ खड़े दिख रहे हैं.

स्टील मंत्री बीरेन्द सिंह ने एनडीटीवी से कहा, 'आंध प्रदेश सरकार के साथ स्पेशल पैकेज पर बात हो रही है. कोई ना कोई हल निकलेगा. आंध्र में एक स्टील प्लांट खोलने के प्रस्ताव पर प्रक्रिया जारी है.' वहीं, बीजेपी के वरिष्ठ नेता विनय सहस्रबुद्धे ने एनडीटीवी से कहा, 'हम नहीं चाहते की गठबंधन टूटे. विवाद का कुछ ना कुछ समाधान ज़रूर निकलेगा. मुझे उम्मीद है कि बीच का रास्ता ज़रूर निकलेगा.' अब तक 11 राज्यों को विशेष दर्जा मिल चुका है. हालांकि आंध्र के मामले में टीडीपी-बीजेपी में जो दरार पैदा हुई है, वो आसानी से नहीं भरने वाली.


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