नई दिल्ली: सिंगापुर में छात्रों से बातचीत के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से जब सुप्रीम कोर्ट के चार जजों द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस करने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि लोग इंसाफ के लिए न्यायपालिका के पास जाते हैं लेकिन पहली बार चार जज इंसाफ के लिए लोगों के पास आए.
उन्होंने कहा कि संभवतया, स्वतंत्र भारत में हमारे द्वारा बनाए गए आईआईटी जैसे शैक्षणिक संस्थानों के कारण आप में से बहुत यहाँ बैठे हैं. उन्होंने कहा कि हमने इस विचार को अस्वीकार कर दिया कि आप एक अरब लोगों को एक साथ लेकर एक लोकतांत्रिक रास्ते पर आगे नहीं बढ़ सकते है. महात्मा गांधी द्वारा कल्पना किया गया भारत वह था, जहां हर कोई अपने धर्म, जाति और भाषा के आधार पर घर जैसा महसूस करता था. उस विचार को अब चुनौती दी जा रही है.
राहुुुल ने कहा कि हम देश में हिंसा के कई स्तर देख रहे हैं. उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी जी के अनुसार अंतिम व्यक्ति तक शक्ति का विकेन्द्रीकरण होना ही स्वराज का अर्थ है.