फैटी लीवर की बीमारी एक ऐसी बीमारी है जो किसी को भी हो सकती है. अगर आप पतले हैं तो शायद आपको लगे कि यह बीमारी आपको नहीं होगी. लेकिन ऐसा नहीं है कि ये बीमारी सिर्फ मोटे लोगों को ही होती है. अब ज्यादातर लोगों को लीवर पर फैट होने की समस्या होने लगी है.
क्या है फैटी लीवर का कारण
लीवर पर फैट बढ़ने का मुख्य कारण शराब पीना है. जो लोग शराब पीते हैं उनके लीवर पर फैट बहुत आसानी से बढ़ने लगता है. ये तो वो लोग जो शराब पीते है. लेकिन कुछ लोग जो शराब बिल्कुल नहीं पीते है. उनका भी लीवर पर फैट बढ़ जाता है.
फैटी लीवर से क्या होता है नुकसान
फैटी लीवर आपके सिरोसिस को भी बढ़ा सकता है. अगर सही समय पर बीमारी का पता नहीं लग पाता है तो फैटी लीवर की वजह से आपका लीवर सिकुड़ने लगता है और हार्ड भी हो जाता है. जिससे आपको सिरोसिस की बीमारी का शिकार हो सकते हैं
फैटी लीवर आसानी से नहीं लगता पता
अल्ट्रासाउण्ड और ब्लड टेस्ट में अगर फैटी लीवर थोड़ा ज्यादा हो तो उसे असामान्य नहीं कहा जाता है, इसलिए लोग इस ओर ध्यान नहीं देते है. ऐसे में आपको सही समय पर लक्षण दिखाई देने पर ईलाज करवाना चाहिए. अगर सही वक्त पर ध्यान नहीं दिया तो आपको गंभीर समस्या का सामना करने पड़ सकता है. अगर डाइन में में कार्वोहाईट्रेस और फेट की मात्रा ज्यादा होगी तो उसमें प्रोटीन कम होगा. ऐसे में इसकी वजह से फैटी लीवर होने के ज्यादा चांस होते है.
फैटी लीवर की समस्या है तो बिल्कुल न पिएं शराब
जिन लोगों को फैटी लीवर की समस्या है. उन लोगों को शराब बिल्कुल भी नहीं पीना चाहिए. शराब पीने से लीवर खराब हो जाता है. शराब से लीवर पर फैट भी बढ़ता है.
फेटी लीवर को कैसे दूर कर सकते है
आपके शरीर में फैट की मात्रा कम करनी पडे़गी. डाइट में 500 से 700 कैलोरी कम करें. उससे आपका वजन कम भी होगा और लीवर भी अच्छे से काम करेगा. ओमेगा फैटी एसिड अपनी डाइट में लें. इससे आपका लीवर का फैट कम होने लगेगा.
एक्सरसाइज करें और खाएं घर का खाना
आप रोज 1 से 1/2 घंटे कसरत करें और ज्यादातर घर का खाना ही खाएं. घी, तेल का प्रयोग कम करें. फैट, डेयरी की चीजें कम खाना चाहिए जैसे आईस क्रीम, मिल्क शेक, और दूध का प्रयोग भी कम करना चाहिए. लेकिन दही आप मन चाहे उतना खा सकते है.