नीतीश कुमार सरकार ने लागू किया है शराबबंदी का फैसला
आरजेडी ने फैसले का विरोध किया है.
अब आरजेडी सरकार बनने के बाद यह वादा कर रही है.
पटना: बिहार में भले विधानसभा चुनाव ढाई साल दूर हैं लेकिन राष्ट्रीय जनता दल अभी से वो सारे वादे कर रही है जो अगर उनकी सरकार बन गयी तो उनकी प्राथमिकता होगी. राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष शिवानन्द तिवारी ने वादा किया है कि अगर उनकी पार्टी की सरकार आयी तो शराबबंदी के सभी मामले वापस लिए जाएंगे.
पटना में सोमवार को आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में तिवारी ने साफ़ किया कि चूंकी इस मामले में अधिकांश ग़रीब, दलित लोग जेल में बंद हैं इसलिए पार्टी उन्हें राहत देने के लिए सभी मामले वापस लेगी. राजद शुरू से शराबबंदी के ख़िलाफ़ रही है और उसका मानना है कि ये फेल हो चुका है. जानकार इसका एक बड़ा कारण शराब के धन्धे में लगे लोगों का राजद प्रमुख लालू यादव से नज़दीकी को बताते हैं.
वहीं, विधानसभा उपचुनाव में भी वो चाहे तेजस्वी यादव हों या राबड़ी देवी शराबबंदी का अपने भाषण में जिक्र ज़रूर करते हैं. सोमवार को जहानाबाद में प्रचार करते हुए राबड़ी देवी ने कहा कि अब होम डिलिवरी से बेडरूम तक शराब लोगों के घर पर पहुँचाई जा रही है. राज्य में आपातकाल के दौरान जितने लोग जेल नहीं गये उससे कई गुना लोग दो साल में शराबबंदी के चक्कर में जेल की हवा खा रहे हैं.
राजद का मानना है कि शराबबंदी पर एक तबक़ा जिसमें महिला वर्ग प्रमुख है, वो जहाँ नीतीश के ख़िलाफ़ कुछ सुन नहीं सकता वहीं एक ऐसा तबक़ा है जो नीतीश के इस फ़ैसले और उसके क्रियान्वयन से इतना नाराज़ है कि वो किसी भी हालत में नीतीश के समर्थन में वोट अब नहीं देगा और राजद का प्रयास ऐसे वर्ग को अपने साथ जोड़ने का है.