दूसरों के साथ प्रतिस्पर्धा न करें, बल्कि अपनी शक्तियों पर ध्यान केंद्रित करें
माता-पिता को चाहिए कि बच्चों पर काल्पनिक उम्मीदें न थोपें
AMN
यह वह समय है जब 10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं शुरू हो गयी हैं। इस अवधि के दौरान छात्र और उनके माता-पिता दोनों अत्यधिक तनाव में रहते हैं। विभिन्न विषयों में शानदार प्रदर्शन की उम्मीद न सिर्फ तैयारी में बाधक बनती है, बल्कि बच्चों पर अनुचित दबाव भी डालती है।
हालांकि, कुछ मात्रा में चिंता उपयोगी हो सकती है, लेकिन इससे स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं उत्पन्न नहीं होनी चाहिए। अवास्तविक उम्मीदों के कारण बेचैनी, चिड़चिड़ापन, उदासी, चिंता और यहां तक कि भूलने की समस्या भी हो सकती है। माता-पिता को बच्चों पर अपनी अपेक्षाएं थोपनी नहीं चाहिए, न ही उनकी तुलना दूसरों के साथ करनी चाहिए।
इस बारे में बताते हुए, हार्ट केअर फाउंडेशन ऑफ इंडिया (एचसीएफआई) के अध्यक्ष एवं इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ;आईएमएद्ध के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष, पùश्री डॉ. के के अग्रवाल ने कहा, ‘सबसे पहले तो, मैं बोर्ड की परीक्षाएं देने जा रहे सभी छात्रों को शुभकामनाएं देना चाहता हूं। यद्यपि परीक्षाएं आपके भविष्य के करियर विकल्पों को निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं, लेकिन वे ऐसा करने के लिए एकमात्र तरीका नहीं हैं। जीवन में सफलता परीक्षा में आपके प्रदर्शन पर निर्भर नहीं करती है, बल्कि आप चुनौतियों का सामना कैसे करते हैं और उनमें से बाहर कैसे निकलते है, इसकी समझ होना जरूरी है। ऐसे में नर्वस महसूस करना स्वाभाविक है, लेकिन आपको इसके बारे में किसी सक्षम व्यक्ति के साथ बात करनी चाहिए, जिसके साथ आप सहज महसूस करते हों। अपने माता-पिता, मित्र या शिक्षकों से बात करें और उनकी सलाह लें। अगर आप लंबे समय तक पढ़ाई करने के कारण परेशान हो रहे हैं तो बीच में थोड़ी देर के लिए ब्रेक लेना एक अच्छा विचार हो सकता है। इससे आपको तरोताजा महसूस करने और विषय को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिलेगी।’
कुछ अन्य सुझाव-
ऽ जंक फूड खाने से बचें, क्योंकि इससे आपकी गति धीमी हो सकती है। इसके अलावा आपको ध्यान केंद्रित करने में भी मुश्किल हो सकती है। बहुत सारी हरी सब्जियां, ताजे फल और साबुत अनाज खाएं। सूखे मेवा और नट्स को नाश्ते में शामिल करें।
ऽ बहुत सारा पानी पीने से अपने आप शरीर को हाइड्रेटेड रख सकते हैं।
ऽ कैफीन से बचें, क्योंकि यह आपको डिहाइड्रेट महसूस करा सकती है। आप नारियल पानी, लस्सी या ग्रीन टी पी सकते हैं।
ऽ तनाव से बचने के लिए कुछ आराम करें और योग भी कर सकते हैं।
ऽ कुछ गहरी सांस लेने वाले व्यायाम करने से विश्राम मिल सकता है।
ऽ अपने अध्ययन के स्थान को व्यवस्थित रखें। एक व्यवस्थित मेज बेहतर ढंग से अध्ययन करने के लिए आपको प्रेरित कर सकती है।
ऽ चीजों को याद रखने के लिए विविध कांसेप्ट के बीच संबंध बनाना और मेमोनिक्स का उपयोग करना अच्छा रहता है।
अंतिम समय में रिवीजन करने से बचें। इसके अलावा, एक बार परीक्षा खत्म हो जाने के बाद, प्रश्न पत्र पर विस्तार से चर्चा न करें। जो पहले हो चुका है, उसके बारे में चिंता करने से अगले विषय की तैयारी में बाधा आ सकती है।
सीमाओ के वाइस प्रेसीडेंट, डॉ. अग्रवाल ने आगे बताया, ‘मस्तिष्क कोई मशीन नहीं है और इसे बेहतर ढंग से कार्य करने के लिए आराम देना और फिर से तरोताजा करना की जरूरत होती है। ऐसा करने के लिए, आपको परीक्षा के दौरान पर्याप्त नींद और आराम मिलना चाहिए। नींद के अभाव में कई स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां हो सकती हैं, खासकर जब तनाव भी हो। मस्तिष्क को आपके द्वारा दिन के दौरान इकट्ठी की गई जानकारी को आत्मसात करने के लिए समय की आवश्यकता होती है, और इसे इतना समय देना महत्वपूर्ण है।’
परीक्षा के समय दिमाग एक पैरासिम्पेथेटिक स्टेट में होना चाहिए, न कि सिम्पेथेटिक स्टेट में। परीक्षा में उत्तर लिखने से पहले लंबी गहरी सांस लीजिए।