क्या राशन माफ़िया से मिले हुए हैं मुख्य सचिव? मनीष सिसोदिया ने लगाए ये आरोप
सिसोदिया ने कहा कि 'मुख्य सचिव को 20 फरवरी को हुई कैबिनेट की बैठक में कहा गया था कि राशन की डोरस्टेप डिलीवरी पर प्रस्ताव लेकर आएं, लेकिन 27 फरवरी की कैबिनेट बैठक में उन्होंने प्रस्ताव नहीं दिया.
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया. (फाइल फोटो)
नई दिल्ली: दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मुख्य सचिव अंशु प्रकाश पर राशन माफ़िया से मिले होने का आरोप लगाया है. सिसोदिया ने कहा कि 'मुख्य सचिव को 20 फरवरी को हुई कैबिनेट की बैठक में कहा गया था कि राशन की डोरस्टेप डिलीवरी पर प्रस्ताव लेकर आएं, लेकिन 27 फरवरी की कैबिनेट बैठक में उन्होंने प्रस्ताव नहीं दिया. इसके बाद उनको 2 दिन बाद यानी 1 मार्च की कैबिनेट बैठक में प्रस्ताव लाने को कहा गया, लेकिन प्रस्ताव तैयार नहीं हुआ इसलिए गुरुवार को कैबिनेट की बैठक रद्द करनी पड़ी.'
मनीष सिसोदिया से जब पूछा गया कि क्या जो मुख्य सचिव के साथ हुआ वो मामला राशन से जुड़ा हुआ था? तो सिसोदिया बोले 'ये सारा का सारा मामला है तो राशन माफिया से जुड़ा हुआ. अभी ऐसी क्या मजबूरी थी कि बिना मंत्री से पूछे फ़ूड कमिश्नर को छुट्टी पर भेज दिया, जबकि जब हम एलजी से मिले थे तो ये तय हुआ कि वरिष्ठ अधिकारियों को छुट्टी पर भेजने से पहले मंत्री और मुख्यमंत्री से पूछा जाएगा' और जब सिसोसिया आए पूछा गया कि मुख्य सचिव मारपीट का आरोप लगा रहे हैं तो वे बोले 'बात तो वहीं हुई थी'
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मनीष सिसोसिया ने उपराज्यपाल अनिल बैजल पर भी राशन माफिया को बचाने का आरोप लगाया और पूछा कि एलजी साहब राशन माफिया को प्रोटेक्ट क्यों कर रहे हैं. दिल्ली के सीनियर अधिकारी राशन चोरी को बढ़ावा दे रहे हैं. सिसोसिया ने कहा कि अब अगली कैबिनेट 6 मार्च मंगलवार को होगी, जिनमें मुख्यमंत्री ने आदेश दिए हैं कि चाहे अधिकारियों को छुट्टी में घर बैठकर बनाना पड़े, लेकिन अगली कैबिनेट की बैठक में प्रस्ताव लेकर आना होगा.