अशफाक कायमखानी / जयपुर
भारत सरकार ने मुस्लिम पर्सनला मे मुदाखलत करके तीन तलाक के मुतालीक अनेक खामीया भरा कानून बनाने की कोशिश के खिलाफ राजस्थान के अलग अलग जिला मुख्यालयो पर लाखो मुस्लिम महिलाओ ने सड़क पर आकर मुख्य मार्गो से मौन जुलूस निकाल पर फिर सभा करके सरकार से अपील की है कि वो शरीयत मे दखल ना दे। एवं इस बिल मे अनेक खामीया है। जिनको किसी हालात मे माना नही जायेगा।
राजस्थन के झुंझूनु जिला मुख्यालय पर 26-फरवरी व जयपुर शहर मे 28-फरवरी को लाखो मुस्लिम महिलाओ ने मोन जुलूस निकालकर आखिर मे सभा करके सरकार को चेताया है कि शरीयत मे किसी भी तरह की दखल अंदाजी वो बरदास्त नही करेंगे। आगामी 12-मार्च को सीकर मे इसी मुद्दे पर मुस्लिम महिलाऐ ईदगाह चोक से से शुरु होकर मुख्य मार्गो से मोन जुलूस निकाल कर प्रशासन को ज्ञापन देगी। सीकर के अलावा अन्य जिलो के प्रोग्राम की घोषणाऐ भी जल्द होना मान रहे है।
प्रदेश भर मे लाखो मुस्लिम महिलाओ के निकालने वाले विशाल जुलूस की सफलता पर जरा घोर करे तो इसके पिछे सबसे बडा हाथ तालीम याफ्ता सामाजिक व धार्मिक महिलाओ का अहम रोल है। इनके अलावा कुछ धार्मिक तंजीमे भी मददगार है। लेकिन सबसे अहम कारण पिछले तीस साल मे मुस्लिम गलर्स ऐजुकेसन मे बेतहासा वृदि होना माना जा रहा है। गलर्स ऐजुकेसन मे जयपुर की रहमानी मोडल स्कूल, झुंझूनु की थ्री डोटस व सीकर की ऐक्सीलेंस गलर्स स्कूल जैसे अनेक ईदारो ने अहम किरदार अदा किया है। जिसके चलते महिलाओ मे अपने हको के लिये लोकतांत्रिक तरीको से सफलता पुर्वक अनुशासीत संघर्ष करने की सूझबूझ पैदा हुई है।
Muslim women hold massive protest march against Triple Talaq Bill