लखनऊ: उत्तर प्रदेश में पांच वर्ष तक के बच्चों में लगातार बढ़ रहे कुपोषण ने सरकार के लिए खतरे की घंटी बजा दी है. आंकड़ों के मुताबिक, उप्र में 50 लाख से ज्यादा बच्चे कुपोषण का शिकार हो चुके हैं. जल्द ही सरकार की तरफ से कारगर कदम नहीं उठाए गए तो आने वाले दिनों में यह आंकड़ा और भी बढ़ने की आशंका है. सरकार की तरफ से हालांकि इस मुसीबत से निपटने के लिए 'शबरी संकल्प योजना' की शुरुआत की गई है, जो उप्र के 39 जिलों में संचालित की जा रही है.