पाकिस्तानी कलाकारों पर रोक की बात का सवाल टाल गए बीजेपी नेता मनोज तिवारी

हिंदी फिल्म उद्योग में पाकिस्तानी कलाकारों के काम करने पर दो साल के लिए प्रतिबंध लगाए जाने की बाबुल सुप्रियो की मांग पर उन्होंने अपनी राय जाहिर करने से साफ मना कर दिया.

 Share
ईमेल करें
टिप्पणियां
पाकिस्तानी कलाकारों पर रोक की बात का सवाल टाल गए बीजेपी नेता मनोज तिवारी

बीजेपी नेता मनोज तिवारी.

नई दिल्ली: राजनीति में आने से पहले मनोरंजन उद्योग में अपनी एक खास जगह बनाने वाले भारतीय जनता पार्टी के दिल्ली अध्यक्ष मनोज तिवारी अपने अंदर के कलाकार को जीवित रखना चाहते हैं. मगर हिंदी फिल्म उद्योग में पाकिस्तानी कलाकारों के काम करने पर दो साल के लिए प्रतिबंध लगाए जाने की बाबुल सुप्रियो की मांग पर उन्होंने अपनी राय जाहिर करने से साफ मना कर दिया. 

इन सब की शुरुआत कुछ भारतीय राजनीतकि संगठनों द्वारा पाकिस्तानी कलाकारों पर प्रतिबंध लगाने से और फिर कुछ पाकिस्तानी सिनेमाघरों द्वारा भारतीय फिल्मों को प्रदर्शित करने से मना करने के साथ हुई. यह कदम जम्मू एवं कश्मीर के उड़ी में 18 सितंबर 2016 को हुए हमले के विरोध में उठाया गया था, जिसमें 19 भारतीय सैनिक शहीद हुए थे. इससे भारत-पाकिस्तान के संबंध बेहद तनावपूर्ण हो गए. 

यह मुद्दा इस महीने की शुरुआत में तब फिर सुर्खियों में आ गया, जब केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने कहा कि बॉलीवुड फिल्म 'वेलकम टू न्यूयॉर्क' के गाने 'इश्तेहार' को पाकिस्तान के लोकप्रिय गायक राहत फतेह अली खान को गाने का मौका देने के बजाय किसी और को गाने का मौका देना चाहिए था. 

इस बारे में पूछे जाने पर मनोज ने थोड़ा रुककर, मुस्कुराते हुए आईएएनएस से कहा, "हम इस पे कुछ नहीं बोलना चाहते."  उन्होंने इस मुद्दे को परे रखते हुए इस पर बात करनी शुरू कर दी कि कैसे वह शोबिज और राजनीतिक करियर के बीत संतुलन बनाने की कोशिश कर रहे हैं. 

उन्होंने कहा, "मुझे फिल्में या अन्य प्रोजेक्ट करने के लिए समय नहीं मिलता. फिल्म 'यादव पान भंडार' को पूरा करने में मुझे चार साल लग गए. मैं एक फिल्म 30 दिनों में पूरी कर लेता था..वह प्रतिभा, जिसके लिए मुझे सराहना मिली. राजनेता होने के चलते व्यस्त कार्यक्रमों के बावजूद मैं अपने अंदर के मनोज तिवारी, एक कलाकार को जिंदा रखना चाहता हूं." 

मनोज की अंतिम भोजपुरी फिल्म 'गोबर सिंह' (2013) थी और अब वह 'यादव पान भंडार' को लेकर रोमांचित हैं. 

मनोज ने कहा, "मैं उस समय परेशान हो जाता हूं, जब लोगों को छोटा-मोटा काम करने के चलते किसी का मजाक उड़ाते देखता हूं. मैंने कई छोटे काम किए और यहां तक पहुंचा. बड़ा होने के दौरान मैं ड्राइवर हुआ करता था. मैंने कुछ अतिरिक्त पैसे कमाने के लिए यह काम किया." 

उन्होंने कहा कि उनकी आगामी फिल्म इसी विषय पर आधारित है. मनोज ने 'रंग और पानी का इश्क' नाम का एक अल्बम भी लांच किया, जिसका एक गीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को समर्पित था. उन्होंने कहा, "यह गीत बाजार सर्वेक्षण के बाद किया गया. यह गीत मेरे लिए खास है, क्योंकि यह मेरी देश सेवा का हिस्सा है."

मनोज ने होली के मौके के लिए तैयार अल्बम में कुछ राजनेताओं का जिक्र किया है. उन्होंने कहा, "कोई भी गाने पर प्रतिक्रिया नहीं करेगा. होली पर हम स्वतंत्र हैं और यह 'बुरा ना मानो होली है' वाली भावना के साथ है."


Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक और गूगल प्लस पर ज्वॉइन करें, ट्विटर पर फॉलो करे...

Advertisement