जुब्जा।
नागा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) के अध्यक्ष डा. शुर्हाेजिले लिजेत्सु ने दावा किया कि उनकी पार्टी ने पिछले 14 साल के साथ के बावजूद कभी भी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को खुली छूट नहीं दी और इस विधानसभा चुनाव में अनुरोध करने पर भी उसके साथ सीटों की साझेदारी नहीं की।
डॉ. लिजेत्सु ने यहां के पंचायत हॉल में पश्चिमी अंगामी विधानसभा सीट से पार्टी उम्मीदवार केनीझाखो नाखरो के पक्ष में कल शाम चुनावी रैली को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि नवगठित एनडीपीपी को राजनीतिक पार्टी के तौर पर चुनाव आयोग ने भी मान्यता नहीं दी है। उन्होंने भाजपा के भगवा रंग की तुलना हिंदू साधुओं द्वारा पहने जाने वाले वस्त्र से करते हुए नागाओं से राजनीति के साथ अपने विश्वास को जुदा न करने की भी अपील की।
उन्होंने एनपीएफ को नागाओं की पार्टी बताते हुए कहा कि इसका गठन लोगों के शांति और विकास के लिए किया गया था। उन्होंने जोर देकर कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव सरकार के गठन के लिए राजनीतिक दलों के बीच महज चुनावी लड़ाई नहीं है बल्कि नागा के लिए एसिड परीक्षण है जो उनकी पहचान और विश्वास को संरक्षित करने के लिए है।
गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी ने नगालैंड में सहयोगी नगा पीपल्स फ्रंट (एनपीएफ) के साथ पार्टनरशिप को तोड़ते हुए नैशनल डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी) के साथ गठबंधन कर लिया है। नागालैंड में सत्तारुढ़ डेमोक्रेटिक अलायंस ऑफ नागालैंड (डीएएन) में बीजेपी और एनपीएफ शामिल थे। राज्य में 27 फरवरी को चुनाव होना है। केंद्रीय गृहराज्य मंत्री और नागालैंड में बीजेपी के पर्यवेक्षक किरण रिजिजू ने कहा था कि पहले बीजेपी यहां पर बड़ी ताकत नहीं थी। अब हमें सीटों पर समझौता करना है, इसलिए इस पुरानी प्रैक्टिस को छोडऩा होगा। कुल 60 सीटों वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी 20 पर लड़ेगी, जबकि अन्य 40 सीटों पर एनडीपीपी लड़ेगी।