शिलॉन्ग।
त्रिपुरा में विधानसभा चुनाव संपन्न हो चुके हैं। मेघालय और नागालैंड में 27 फरवरी को विधानसभा चुनाव है। दोनों राज्यों में विधानसभा की 60-60 सीटें हैं। तीनों राज्यों के चुनावी नतीजे 3 मार्च को घोषित होंगे। नागालैंड के मुख्यमंत्री त्रिपुरा के सीएम माणिक सरकार व मेघालय के मुख्यमंत्री मुकुल संगमा से ज्यादा पैसे वाले हैं।
तीनों ने नामांकन पत्र भरते वक्त जो शपथ पत्र दाखिल किए थे। उससे यह जानकारी सामने आई है। टी.आर जेलियांग ने कुल 3,18,84,855 की कुल संपत्ति घोषित की है। इसमें से 1,23,54, 855 चल संपत्ति है जबकि 1, 95, 30, 000 अचल संपत्ति। जेलियांग का जन्म 21 फरवरी 1952 को हुआ था। वह जुलाई 2017 से मुख्यमंत्री है। मई 2014 में वह पहली बार राज्य के मुख्यमंत्री बने थे। जेलियांग फरवरी 2017 तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे। इसके बाद नंबर आता है मेघालय के मुख्यमंत्री मुकुल संगमा का। उन्होंने 2018 के विधानसभा चुनाव में कुल 2,98, 75, 433 करोड़ की संपत्ति घोषित की है।
2013 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने कुल 1, 44, 01, 316 करोड़ की संपत्ति घोषित की थी। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक सरकार की छवि एक ईमानदार नेता की है। वे देश के सबसे गरीब मुख्यमंत्री है। धानपुर सीट से नामांकन पत्र दाखिल करने के दौरान माणिक सरकार ने हलफनामा दाखिल करते हुए अपनी संपत्ति की घोषणा की थी। इसके मुताबिक माणिक सरकार के पास सिर्फ 1520 रुपए कैश हैं जबकि 2,410 रुपए बैंक खाते में है। 2013 के विधानसभा चुनाव के वक्त उन्होंने जो हलफनामा दाखिल किया था उसके मुताबिक उस दौरान उनके बैंक खाते में 9, 720.38 रुपए थे। अगर पूर्वोत्तर राज्यों की बात करें तो अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू सबसे अमीर मुख्यमंत्री हैं। उनकी कुल संपत्ति 127 करोड़ रुपए है।
इसके बाद पवन कुमार चामलिंग का नंबर आता है,जिनकी कुल संपत्ति 10.7 करोड़ है। मिजोरम के मुख्यमंत्री ललथनहवला की कुल संपत्ति 9 करोड़ रुपए है जबकि असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल की कुल संपत्ति 1.85 करोड़ रुपए है। मणिपुर के मुख्यमंत्री एन.बीरेन सिंह की कुल संपत्ति 1.56 करोड़ रुपए है। अगर पूरे देश की बात करें तो आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्र बाबू नायडू सबसे अमीर मुख्यमंत्री हैं। उनकी कुल संपत्ति है 177 करोड़। इसके बाद नंबर आता है पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह का। उनकी कुल संपत्ति 48 करोड़ है।