अगरतला।
त्रिपुरा विधानसभा की 59 सीटों के लिए हुए चुनावों में 78.56 प्रतिशत वोट पड़े। चालीस विधानसभा क्षेत्रों के लगभग सौ मतदान केन्द्रों में ईवीएम और वीवीपैट मशीनों में तकनीकी खराबी के कारण मतदान रात नौ बजे के बाद चला। चुनाव आयोग ने यहां बताया कि इन सीटों के लिए 3174 मतदान केंद्रों पर मतदान शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हुआ। मतदान सुबह सात बजे शुरू होकर रात नौ बजे तक चला। इस दौरान 78.56 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाले।
मुख्य चुनाव अधिकारी श्रीराम तरणीकांता ने चुनाव प्रक्रिया को संतोषजनक बताया। उन्होंने कहा कि प्रजाइडिंग ऑफिसर के ईवीएम मशीनों को रिफ्रेश करना भूल गये थे, जिससे करमचेरा विधानसभा क्षेत्र के एक मतदान केन्द्र पर पुन: मतदान कराये जाने की संभावना है। मुख्यमंत्री माणिक सरकार ने चुनावों को शांतिपूर्ण बताया और कहा कि तकनीकी समस्या वीवीपैट मशीनों के कारण आई। राज्य की चरीलम विधानसभा सीट पर माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के उम्मीदवार रामेंद्र नारायण देबबर्मा की पिछले दिनों हुई मौत के कारण मतदान नहीं हुआ और अब इस सीट पर आगामी 12 मार्च को वोट डाले जायेंगे।
सीएम माणिक सरकार ने चुनावों को शांतिपूर्ण बताया और कहा कि तकनीकी समस्या वीवीपैट मशीनों के कारण आई। मतदान के लिए 29 हजार 700 सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए थे और 31 हजार 402 कर्मी लगाए गए थे। कुछ पोलिंग बूथ पर 180 ईवीएम में खराबी की शिकायतें मिलीं। 12 बैलट यूनिट बदलनी पड़ीं। पहली बार त्रिपुरा में सभी पोलिंग बूथों पर वीवीपैट (वोटर वेरिफाएबल पेपर ऑडिट ट्रेल) का इस्तेमाल किया गया।
मुख्यमंत्री मानिक सरकार ने अपनी पत्नी पांचाली भट्टाचार्य के साथ मतदान करने के बाद कहा कि यह निश्चित है कि इस चुनाव के बाद वाममोर्चे की आठवीं सरकार बनेगी, हमें इसकी पूरी उम्मीद है। वहीं भाजपा त्रिपुरा के अध्यक्ष विप्लव कुमार देब ने दक्षिणी त्रिपुरा के उदयपुर में मतदान करने के बाद कहा कि लोग बदलाव चाहते हैं, लोग त्रिपुरा में भाजपा की सरकार बनने की कामना कर रहे हैं।
त्रिपुरा में 59 सीटों के लिए कुल 292 उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे हैं, जिनमें 20 महिला उम्मीदवार भी हैं। मतदान के लिए 29 हजार 700 सुरक्षाकर्मी तैनात किये गये थे और 31 हजार 402 कर्मी लगाये गये थे। माकपा 57 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जबकि भारतीय जनता पार्टी ने 51 पर और कांग्रेस ने 59 सीटों पर अपने उम्मीवार उतारे हैं। अन्य वामपंथी दल आरएसपी, फॉरवर्ड ब्लॉक और भाकपा ने एक-एक सीट पर उम्मीदवार खड़े किये हैं। मतों की गिनती तीन मार्च को होगी। इस राज्य में 25 साल से माकपा का शासन है।