अगरतला।
देश के पूर्वोत्तर राज्य त्रिपुरा में रविवार सुबह कड़ी सुरक्षा एवं व्यवस्था के बीच मतदान शुरू हो गया। मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्रीराम तारानिकांती ने कहा, 'राज्य में सुबह सात बजे मतदान शुरू होने से पहले ही कई मतदान केंद्रों पर पुरुष एवं महिलाएं लंबी-लंबी कतारों में खड़े हैं।
इस दौरान कुल 2,536,589 मतदाता 292 उम्मीदवारों के भविष्य का फैसला करेंगे। इनमें 1,250,128 महिलाएं है 47,803 मतदाता पहली बार मतदान करने जा रहे हैं।
निर्वाचन अधिकारी ने बताया, 'सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर 50,000 अर्धसैनिकबलों और अन्य राज्य के सुरक्षाकर्मियों को भी तैनात किया गया है। दो वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व में हेलीकॉप्टरों के जरिए दो एयर सर्विलांस टीमें भी निगरानी रख रही हैं।'
विधानसभा चुनाव के मद्देनजर 3,174 मतदान केंद्रों पर 16 हजार चुनावकर्मियों को सुरक्षा बलों के 20 हजार जवानों के साथ तैनात किया गया है। विधानसभा चुनाव में राज्य के 25.37 लाख मतदाता विभिन्न दलों के 292 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। राज्य की 59 विधानसभा सीटों पर मत डाले जा रहे हैं। अधिकारियों के मुताबिक राज्य में मतदान व्यवस्था के लिए चार हजार सरकारी वाहनों के अलावा 22 हजार अन्य वाहनों को ड्यूटी पर लगाया है।
इस चुनाव में मुख्य मुकाबला भारतीय जनता पार्टी और वामदल के बीच माना जा रहा है। पाछले 25 सालों से वाम दल त्रिपुरा की सत्ता पर काबिज है। यूं तो राज्य में 60 विधानसभा की सीटें हैं लेकिन चरीलम विधानसभा सीट से माकपा के उम्मीदवार रामेंद्र नारायण देब बर्मा की पांच दिन पहले हुई मौत के कारण इस सीट पर चुनाव 12 मार्च को होगा।
राज्य के मुख्यमंत्री माणिक सरकार ने पांचवी बार फिर से सीएम की कुर्सी पर काबिज होने के मकसद से धुआंधार प्रचार किया है। उन्होंने माकपा के प्रचार अभियान का नेतृत्व करते हुए राज्य में करीब 50 रैलियों को संबोधित किया। दूसरे वामपंथी दलों से भी माणिक सरकार को इन चुनावों में समर्थन मिल रहा है।
भारतीय जनता पार्टी पूरे दमखम से इस चुनाव में सत्तारुढ़ वामदल को टक्कर देने के मकसद से उतरी है। स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्य में चुनावी सभा करते देखे गए। पीएम मोदी ने राज्य में चार रैलियों को संबोधित किया। पीएम की रैलियों के साथ ही बीजेपी ने पूरे राज्य में जमकर प्रचार किया है। पीएम मोदी के साथ ही यहां पर बीजेपी के कद्दावर नेता जैसे राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अरुण जेटली, नितिन गडकरी और स्मृति ईरानी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जैसों ने चुनाव प्रचार की कमान संभाली।
राज्य के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस का प्रचार अभियान बीजेपी से काफी हल्का दिखा। यहां कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मात्र एक रैली को संबोधित किया। राहुल गांधी प्रचार के आखिरी दिन उनाकोटी जिले के कैलाशहर में एक रैली को संबोधित करने पहुंचे थे। इस रैली में उन्होंने पीएम मोदी और बीजेपी पर जमकर निशाना साधा था।