इम्फाल।
मणिपुर के शिक्षा मंत्री टी राधेश्याम ने शनिवार को इंफाल के खेलाखोंग के एक स्कूल का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्हें दो कमरों में बच्चों की जगह बकरियां मिलीं। जबकि स्कूल अथॉरिटी की तरफ से बताया गया था कि वहां अच्छी संख्या में विद्यार्थी पढ़ते हैं। मंत्री ने कहा कि स्कूल ने झूठा दावा किया था कि उनके स्कूल में अच्छी संख्या में बच्चे आते हैं ताकि उन्हें सरकार से नियमित तौर पर मिड-डे मील, किताबें और यूनीफॉर्म मिलते रहे।
आपको बता दें कि मणिपुर के शिक्षा मंत्री टी राधेश्याम ने शनिवार को मायांग इंफाल और वाबागई विधानसभा क्षेत्रों के कुछ स्कूलों में औचक निरीक्षण किया था। जहां उन्हें स्कुल के दो कमरों में बच्चों की जगह बकरियां मिली। इस पर राधेश्याम ने कहा कि यह बहुत ही शर्मनाक था कि कुछ स्कूलों में बच्चे नहीं थे और कुछ स्कूलों की इमारतें ठीक नहीं थीं। अगर स्कूलों की पुरानी इमारतें ठीक नहीं की गईं तो नई इमारतें बनानी पड़ेंगी। उन्होंने आगे कहा-कुछ स्कूलों में बच्चे नहीं थे और कुछ में अध्यापक भी उपस्थित नहीं थे। बच्चों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई न करने पर अध्यापकों को निलंबित किया जाएगा।
जब हेडमास्टर के दावों की दाल नहीं गली तो उसने राधेश्याम को बताया कि अध्यापक कुछ काम से गए हुए हैं। हालांकि इस स्पष्टीकरण से संतुष्ट न होकर मंत्री ने कहा कि गैर मौजूद अध्यापकों और स्कूल अथॉरिटी के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। मंत्री ने बताया कि एक और स्कूल में 8 अध्यापक और केवल 45 बच्चे थे, वे मिड-डे मील और दूसरी सुविधाएं नियमित तौर पर उठाते रहे।