त्रिपुरा
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, कांग्रेस, भाजपा समेत विभिन्न राजनीतिक दलों के कुल 292 उम्मीदवार इस बार चुनाव मैदान में हैं। माकपा ने इस बार अपने 57 प्रत्याशियों को चुनावी अखाड़े में उतारा है। मुख्यमंत्री मणिक सरकार पांचवीं बार सत्ता में आने की मंशा के साथ चुनाव लड़ रहे हैं। राज्य में स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कराये जाने के लिए सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किये गये हैं।
माकपा प्रत्याशी रामेंद्र नारायण देववर्मा के निधन के कारण चारीलाम विधानसभा सीट पर अब 12 मार्च को मतदान होगा। मुख्य चुनाव अधिकारी श्रीराम तरणीकांति ने कहा है कि चुनाव अधिकारियों और राज्य पुलिस बल के जवानों समेत सुरक्षाबलों ने चुनाव को निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण तरीके से कराये जाने के सभी उपाय किये हैं।
उन्होंने कहा,“हम यह सुनिश्चित करेंगे कि चुनाव स्वतंत्र एवं निष्पक्ष तरीके से हो। पुलिस, केन्द्रीय बल और सभी हितधारकों, खासकर नागरिक, राजनीतिक दलों एवं प्रेस के सहयोग से ही यह संभव है।” उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान अथवा चुनाव के बाद किसी तरह की हिंसा की आशंका नहीं है।
मतों की गिनती तीन मार्च को होगी। राज्य में 25 साल से माकपा की सरकार है। इस बार के चुनाव में भाजपा सत्तारूढ़ दल को कड़ी टक्कर दे रही है।
निर्वाचन आयोग ने विधानसभा चुनाव के मद्देनजर 3174 मतदान केंद्रों पर 16 हजार चुनावकर्मियों को सुरक्षा बलों के 20 हजार जवानों के साथ तैनात किया है। विधानसभा चुनाव में राज्य के 25.37 लाख मतदाता विभिन्न दलों के 292 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। इनमें 13 लाख पुरुष और 12 लाख महिलाएं मतदाता शामिल हैं। चुनाव आयोग के अनुसार 47803 मतदाता ऐसे हैं जो पहली बार मताधिकार का प्रयोग करेंगे। राज्य में कुल 3214 मतदान केंद्र बनाये गये हैं।
मतदान व्यवस्था के लिए चार हजार सरकारी वाहनों के अलावा 22 हजार अन्य वाहनों को ड्यूटी पर लगाया है। राष्ट्रीय राजमार्ग, जिला सड़कों और गांवों की सड़कों पर सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा बल के जवान मार्च करेंगे।