अगरतला
त्रिपुरा में रविवार 18 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है, शांतिपूर्ण चुनाव के लिए राज्य में चप्पे चप्पे पर पुलिस बल तैनात है, इस बात की जानकारी राज्य के पुलिस महानिदेशक अखिल कुमार शुक्ला ने आज मीडिया को दी है।
इसके साथ ही उन्होंने मतदाताओं को बिना किसी डर के अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने के लिए भी आग्रह किया है। डीजीपी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस बात की भी जानकरी दी की, "अगर किसी ने राज्य में कानून को अपने हाथो में लेने की कोशिश की तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।"
उन्होंने इस बात की भी जानकारी दी कि चुनाव को देखते हुए केंद्रीय सशस्त्र बलों (सीएपी) राज्य सशस्त्र कर्मियों और पुलिस के साथ पूरे राज्य में तैनात किए गए थे। शुक्ला ने कहा, "हम तरह के खतरों परनजर बनाये हुए हैं राज्य में परेशानी उत्पन्न करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार करेने के साथ, बंदूक के लाइसेंस की जांच, अवैध हथियार और वाहनों की जांच करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई हैं।"
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे राज्य में कानून और व्यवस्था पर नजर बनाए रखें, और चुनाव के दौरान किसी भी तरह की कठिन परिस्थिति और दंगों की सम्भावनों पर तुंरत कार्रवाई सुनिश्चित करें। इसके साथ ही सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) को राज्य में 856 किलोमीटर लंबी भारत-बांग्लादेश सीमा पर एक करीबी चौकसी रखने के लिए कहा गया है।
डीजीपी ने बताया कि पर्याप्त केंद्रीय अर्धसैनिक बलों (सीपीएफ) और राज्य पुलिस राज्य में तैनात किए गए थे, डीजीपी ने कहा, कुल मिलाकर 300 से अधिक केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की निर्वाचन कर्तव्यों पर तैनात किया गया है। हथियारों और अन्य सामानों के अंतरराज्यीय आंदोलन को देखने के लिए सख्त सुरक्षा उपाय किए गए हैं जिसके लिए पड़ोसी असम पुलिस और मिजोरम पुलिस का भी साथ लिया जा रहा है।