अगरतला।
त्रिपुरा विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव प्रचार शुक्रवार शाम थम गया है। आदिवासी बहुल वाले इस राज्य में 25 सालों से लेफ्ट सत्ता पर काबिज है। त्रिपुरा में रविवार को चुनाव होंगे और परिणाम 3 मार्च को घोषित होंगे। इस विधानसभा चुनाव में टकरजला विधानसभा निर्वाचन सीट काफी महत्वपूर्ण है। इस सीट से लगातार दो बार से मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी(सीपीएम) के 67 वर्षीय निरंजन देबबर्मा जीतते आ रहे हैं। लेकिन इस बार सीपीएम ने इस सीट से रमेंद्र देबबर्मा को अपना उम्मीदवार बनाया है।
लेकिन साल 2003 में आईएनपीटी के टिकट पर राजेश्वर देबबर्मा ने इस सीट से जीत दर्ज की थी। राजेश्वर ने सीपीएम के बैजयंती कालाई को भारी अंतर 9683 मतों से हराया था। राजेश्वर को इस विधानसभा चुनाव में 12784 और बैजयंती को मात्र 3101 वोट मिले थे। लेकिन साल 1998 में बैजयंती ने टीयूजेएस के रहिंद्रा देबबर्मा को मात्र 6 वोटों से हराया था। रहिंद्रा ने बैजयंती को कड़ी टक्कर दी थी। इस चुनाव में बैजयंती को 9420 और रहिंद्रा को 9414 वोट मिले थे।
इस सीट पर सीपीएम का दबदवा हमेशा से ही रहा है। इस विधानसभा सीट पर 1967 से चुनाव हो रहे हैं। जिसमें 1967, 1972, 1977, 1983, 1988, 1993, 1998, 2003,2008 और 2013 में चुनाव हुए हैं। सीपीएम ने इन दस विधानसभा चुनावों में 8 बार इस सीट से जीत दर्ज की है। सीपीएम को इस सीट पर 1972, 1977, 1983, 1988, 1993, 1998, 2008 और 2013 में जीत हासिल हुई है।
वहीं साल 2018 विधासभा चुनाव की बात करें तो इस बार इस सीट पर कांटे की टक्कर होने वाली है। इस सीट से इस बार कांग्रेस ने सैमसन देबबर्मा को, सीपीएम ने रमेंद्र देबबर्मा को, आईएनपीटी ने अमिया कुमार देबबर्मा को, टीएसपी ने चैइता रंजन देबबर्मा को और बीजेजी की सहयोगी पार्टी आईपीएफटी ने नरेंद्र चंद्र देबबर्मा को टिकट दिया है।
60 विधानसभा वाले त्रिपुरा की 59 सीटों पर 18 फरवरी को वोटिंग होनी है। सीपीएम प्रत्याशी रामेंद्र नारायण के निधन के कारण चारीलाम विधानसभा सीट पर अब 12 मार्च को मतदान होगा। इस बार 23 महिलाओं सहित कुल 292 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस छोटे से पर्वतीय राज्य में अपने दो बार के दौरे में चार रैलियों को संबोधित करने के अलावा एक रोड शो भी कर चुके हैं। उनके अलावा पार्टी प्रमुख अमित शाह, वित्त मंत्री अरुण जेटली, शाहनवाज हुसैन और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी यहां भाजपा उम्मीदवारों के समर्थन में चुनाव प्रचार किया। इन तमाम नेताओं ने लोगों से वाममोर्चा सरकार को हटा कर भाजपा को जिताने की अपील की।