ईटानगर।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अरुणाचल प्रदेश का देश के अन्य क्षेत्र के लोगों से संपर्क बढ़ाने के प्रयास के तहत नाहरलोगन से नई दिल्ली तक चलने वाली नई दिल्ली एसी एक्सप्रेस के फेरे बढ़ाने की घोषणा की। मोदी ने नाहरलोगन नई दिल्ली एसी एक्सप्रेस ट्रेन को द्विसाप्ताहिक करने की घोषणा के साथ ही उसका नाम बदलकर अरुणाचल एक्सप्रेस करने का एलान किया।
मोदी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद अपने पहले अरुणाचल प्रदेश दौरे के वक्त 20 फरवरी 2015 को राज्य दिवस के मौके पर साप्ताहिक नाहरलोगन-नई दिल्ली एसी एक्सप्रेस की शुरुआत की थी। प्रधानमंत्री ने यहां आई जी पार्क में बड़ी संख्या में एकत्र हुए लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि अरुणाचल प्रदेश का देश के दूसरे भागों से संपर्क बढ़ाने के लिए केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने 18000 करोड़ रुपये स्वीकृत किये हैं, जिससे राज्य में सड़कों का बड़ा संजाल स्थापित किया जाएगा। राज्य की सभी सड़क परियोजनाओं पर तेजी से काम चल रहा है।
मोदी ने पूर्ववर्ती केन्द्र सरकारों की कार्यप्रणाली की आलोचना करते हुए कहा कि किसी सरकार की सफलता उसकी राज्यों की सरकारों के साथ मिलकर काम करने की नीति पर निर्भर करती है। इससे पहले राज्य सरकारों के अधिकारियों को कार्यों के लिए दिल्ली जाना पड़ता था। उन्होंने कहा कि उनके प्रधानमंत्री का कार्यभार संभालने के बाद यह नीति बनायी है कि केन्द्रीय मंत्री राज्यों का नियमित दौरा करें और वहां लोगों की जरूरतों जानें तथा देखें कि कार्यों में क्या प्रगति हो रही है। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर राज्यों के विकास कार्यों का जिम्मा संभाल रहे मंत्री और उनके मंत्रालयों के अधिकारी नियमित रूप से इस क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं। अब केन्द्र सरकार राज्य सरकारों के द्वार तक पहुंच रही है।
उन्होंने केन्द्र सरकार की उपलब्धियों की चर्चा करते हुए कहा, सरकार आधार कार्ड के माध्यम से धन हस्तांतरण की सुविधा शुरू करके 70000 करोड़ रुपये वार्षिक बचा रही है। अब वास्तविक लाभार्थी लाभान्वित हो रहे हैं। इससे पहले यह धन बिचौलियों के हाथों में चला जाता था। इससे पहले मोदी ने दोरजू खांडू राज्य सम्मेलन केन्द्र का उद्घाटन किया और राज्य सचिवालय प्रदेश की जनता को समर्पित किया। उन्होंने टोमो रिबा इंस्टीट््यूट आफ हेल्थ एंड मेडिकल सांइस के अकादमिक ब्लॉक की आधारशिला भी रखी। उन्होंने दोरजू खांडू राज्य सम्मेलन केन्द्र बनाये जाने पर खुशी जाहिर करते हुए कहा, यह भवन मात्र नहीं है, यहां अब राज्य सरकार बड़ी-बड़ी बैठकें, सेमिनार और दूसरे कार्यक्रम कर सकेगी। इससे राज्य के लोगों को काफी फायदा होगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि राज्य सचिवालय के निर्माण से विभिन्न सरकारी कार्यालय एक भवन में एकत्र हो जाएंगे, इससे पहले ये कार्यालय अलग-अलग स्थानों पर थे जिससे लोगों को बड़ी दुश्वारियां होती थीं। लोग अपने कामों के लिए इधर-उधर भागते रहते थे। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने अगले वर्ष के बजट में तीन दिशाओं पर खास तौर पर ध्यान दिया है ये हैं- मानव संसाधन, बुनियादी सुविधाएं और स्वास्थ्य। प्रत्येक तीन संसदीय क्षेत्रों में एक मेडिकल कालेज स्थापित करना, डेढ़ लाख गांवों में वेलनेस सेंटर खोलना और हृदय रोगियों के लिए स्टेन्ट की कीमत 70 से 80 प्रतिशत कम करने जैसे बड़े फैसले लिये गये हैं। मुख्यमंत्री पेमा खांडू के नेतृत्व की प्रशंसा करते हुए मोदी ने कहा कि युवा और ऊर्जावान मुख्यमंत्री ने 2027 तक अरुणाचल प्रदेश को आत्मनिर्भर और सबसे अच्छा राज्य बनाने का ब्लूप्रिंट तैयार किया है। हिन्दी बोलने में समर्थ अरुणाचल प्रदेश के लोगों की तारीफ करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उनका देश के प्रति प्यार और लगाव काबिलेतारीफ है। पूर्वोत्तर राज्यों में से सबसे अधिक हिन्दी अरुणाचल प्रदेश में बोली जाती है। लोगों ने हिन्दी को राष्ट्र भाषा के तौर पर स्वीकार कर लिया है।