इस वजह से मार्टिन गप्टिल के मामले में बड़ी गलती कर गए आईपीएल फ्रेंचाइजी
न्यूजीलैंड के इस बल्लेबाज ने फिर से सबूत दिया कि वह क्यों दुनिया के सर्वश्रेष्ठ आतिशी बल्लेबाजों में से एक हैं
नई दिल्ली: इतने मैनेजर, इतना बड़ा मैनेजमेंट, लेकिन फिर भी इतनी बड़ी चूक. और यह चूक पिछले दिनों इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2018 की नीलामी में हिस्सा लेने वाली सभी आठों टीमों ने की, लेकिन अब इन आठों टीमों से जुड़े सभी कोच और प्रबंधन के लोग पछता रहे हैं. और यह बड़ी गलती जुड़ी है न्यूजीलैंड के आतिशी बल्लेबाज मार्टिन गप्टिल से, जिन्होंने शुक्रवार को अपने प्रचंड प्रहारों से ऑस्ट्रेलियाई बॉलरों को दहला दिया.
मार्टिन गप्टिल ने एक हफ्ते के भीतर ही इन टीमों के मैनेजरों को अपने प्रदर्शन से शर्मसार करते हुए बड़ा सबूत दिया कि क्यों वह विश्व क्रिकेट में फटाफट क्रिकेट के सबसे आला बल्लेबाजों में से एक हैं. शुक्रवार को मार्टिन गप्टिल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शतक जड़कर न्यूजीलैंड की तरफ से टी-20 में सबसे तेज शतक जड़ने वाले बल्लेबाज बन गए. गप्टिल ने 54 रन की 105 रन की पारी में अपने शतक के लिए 49 गेंद खेलीं. इससे पहले ब्रैंडेन मैकलम ने न्यूजीलैंड के लिए 50 गेंदों में शतक जड़ा था.
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इससे पहले इस कीवी बल्लेबाज ने दो दिन पहले ही इंग्लैंड के खिलाफ वेलिंगटन में 40 गेंदों में 65 रन बनाए थे. बहरहाल, शुक्रवार को को खेली गई पारी से गप्टिल न्यूजीलैंड के लिए टी-20 में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज भी बन गए. अब 73 टी-20 मैचों में गप्टिल के 38.18 के औसत के साथ 2188 रन हैं. लेकिन अगर उनके भारी-भरकम रिकॉर्ड के बावजूद गप्टिल को आईपीएल नीलामी में नहीं खरीदा, तो उसकी एक बड़ी वजह रही, जिसने दिग्गजों की समझ पर पानी फेर दिया.
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दरअसल पिछले दिनों भारत के दौरे में मार्टिन गप्टिल 3 टी-20 मैचों में 50, 3 वनडे में 53 और दो अभ्यास मैचों में 54 रन ही बना सके. शायद यही आईपीएल में उन पर किसी के बोली न लगाने का आधार बन गया, लेकिन इन टीमों के मैनेजर क्रिकेट की एक बड़ी कहावत को बात भूल गए कि योग्यता स्थायी होती है और फॉर्म अस्थायी. और गप्टिल ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मुकाबले में दिखा दिया कि उनका स्तर क्या है. और वह दिन विशेष पर गेंदबाजों की बखिया कैसे उधेड़ते हैं.