माणिक सरकार ने साधा निशाना, भाजपा को बताया बसंत की कोयल

- त्रिपुरा में आगामी 18 फरवरी को होने वाला चुनाव महासंग्राम में बदलता दिख रहा है। वामपंथियों के इस गढ़ में सत्ता हासिल करने के लिए पहली बार दक्षिणपंथी बीजेपी सीधे मुकाबले में नजर आ रही है।
अगरतला।
त्रिपुरा में आगामी 18 फरवरी को होने वाला चुनाव महासंग्राम में बदलता दिख रहा है। वामपंथियों के इस गढ़ में सत्ता हासिल करने के लिए पहली बार दक्षिणपंथी बीजेपी सीधे मुकाबले में नजर आ रही है।
सत्ता पर काबिज होने के लिए 'लाल' और 'भगवा' के बीच जुबानी जंग भी तेज हो गई है। ताे वहींं दूसरी आेर राज्य के मुख्यमंत्री माणिक सरकार अपनी सत्ता को बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं आैर ताबड़तोड़ रैलियां कर रहे हैं।

आज यानि 16 फरवरी राज्य में चुनाव प्रचार करने का आखिरी दिन हैं आैर माकपा-भाजपा के अलावा आज कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी उनाकोटि के कैलाशहर में चुनावी रैली को संबोधित कर रहे हैं। इसी कड़ी में राज्य के मुख्यमंत्री ने आज बाेक्सानगर में उम्मीदवार शाहिद चौधरी के समर्थन में चुनावी रैली को संबोधित किया।

इसके अलावा माणिक सरकार ने वेस्ट त्रिपुरा के उदयपुर विधानसभा क्षेत्र चुनाव लड़ रहे मोहम्मद सलीम के समर्थन में भी रैली को संबाेधित किया आैर लोगों से माकपा को वोट देने के लिए अपील किया।

इससे पहले भी एक चुनाव प्रचार में उन्होंने लोगों से कहा था कि भाजपा कोयल की तरह है जिसका गाना केवल बसंत के सीजन में ही सुनने को मिलता है आैर उसके बाद पूरे साल फिर उसका गाना सुनार्इ नहीं पड़ता है। वे बस आप लोगों को पैसों से लुभाने की कोशिश कर रहे है आैर जैसे ही उनका काम निकल जाएगा वे आपकी तरफ मुड़ कर देखेंगे भी नहीं।

माणिक सरकार की बोक्सानगर की रैली में भारी भीड़ देखने को मिली। जिसे देखकर उन्होंने कहा कि राज्य की जनता का समर्थन देखकर लग रहा है कि वे दोबारा से हमें ही वोट करेंगे आैर हमारी सरकार बनेगी।
उन्होंने कहा कि भाजपा आैर आर्इपीएफटी एक दूसरे के लिए ही बने हैं आैर वे राज्य में अशांति फैला रहे हैं। ये राज्य में हमारी मेहनत से अर्जित की हुर्इ शांति का नष्ट कर देंगे। लेकिन हमारे राज्य की जनता इतनी बेवकूफ नहीं है कि वह न पहचान सके की नर्इ बोतल में पुरानी शराब है। आपको बता दें कि रविवार यानि 18 फरवरी को त्रिपुरा में विधानसभा चुनाव होने है आैर तीन मार्च को चुनाव परिणाम कीे घोषणा होगी।