सिक्किम- बॉर्डर से आई दिल दहला देने वाली खबर, जानिए क्या था वो आखिरी फ़ोन कॉल

- देश की रक्षा करने निकले एक और बेटे को अब देश ने खो दिया है जी हां देश की सुरक्षा करने निकला एक जवान की दुर्घटना में शहीद
गंगटोक
देश की रक्षा करने निकले एक और बेटे को अब देश ने खो दिया है जी हां देश की सुरक्षा करने निकला एक जवान की दुर्घटना में शहीद हो गया है घटना सिक्किम की है जहां तैनात सेना के जवान दिलीप सिंह तोमर बुधवार की दोपहर डेढ़ बजे वाहन दुर्घटना में शहीद हो गए। उनकी पार्थिव देह गुरुवार की रात तक पोरसा के गोपालपुरा लाई जाएगी।
बुधवार को सिक्किम से आए मोबाइल कॉल से फौजी दिलीप सिंह तोमर के परिजन को खबर लगी कि उनका लाल शहीद हो गया है। परिवार के लोग गमजदा हैं लेकिन बेटे की शहादत से उनका माथा फख्र से ऊंचा हो गया है। शहीद दिलीप सिंह के अनुज दीपक ने बताया कि मंगलवार को भाभी निशा ने मोबाइल कॉल पर भईया की हाल चाल पूछना चाही तो उन्होंने जवाब में सिर्फ इतना कहा कि अभी वह सफर में हैं, बाद में बात करेंगे।
जिसके बाद फौजी दिलीप सिंह तोमर का सफर जिंदगी का आखिरी सफर साबित हुआ। बुधवार को परिजन उन्हें फोन लगाते उससे पहले ही सिक्किम से सूचना आ गई कि सेना का वाहन पलटने से दिलीप सिंह तोमर शहीद हो गए हैं। सेना के सूत्रों ने बताया कि शाम सात बजे शहीद का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। शहीद तोमर अपने पीछे दो बेटे नंदू (4.5 साल) व बेटू(2 साल) छोड़ गए हैं।
आपको बता दें कि 628 बटालियन में मैकेनिक के पद पर तैनात दिलीप सिंह तोमर(29) दो महीने पहले छुट्टी पर पोरसा आए थे। चार दिन पहले उन्होंने अपने चाचा पृथ्वी सिंह तोमर से मोबाइल कॉल पर चर्चा में कहा कि वह मार्च के अंत में छुट्टी लेकर आएंगे तब पोरसा में भवन निर्माण कराएंगे। लेकिन शहीद की इस घटना ने उनके प्लान को अधूरे ख्वाब में बदल दिया। दिलीप सिंह तोमर के शहीद होने की सूचना मिलने पर वार्ड 14 के गोपालपुरा के हर घर में मातम पसर गया है।