सीबीएसई की बोर्ड परीक्षाएं शुरू होने ही वाली हैं. जहाँ किसी अच्छे कॉलेज व कोर्स में एडमिशन पाने के लिए कक्षा 12वीं में बेहतरीन अंक लाना ज़रूरी है वहीँ कक्षा 10वीं के बोर्ड परिणाम को भी कम करके नहीं आंका जाना चाहिए. 10वीं का परिणाम विद्यार्थी की अकादमिक उपलब्धियों को तो दर्शाता ही है साथ ही बोर्ड परीक्षा में किया अच्छा प्रदर्शन विद्यार्थी में उत्साह व आत्मविश्वास के भाव पैदा करता है जो आगे चलकर उच्च शिक्षा व करियर में मिलने वाले अवसरों में सफ़लता के शिखर को छूने में बेहद मददगार साबित हो सकता है.
आज इस लेख में हम कुछ ऐसे ही तथ्यों पर बात करेंगे जिनके द्वारा कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षा की महत्ता को सिद्ध किया जा सके:
1. भावी करियर का चुनाव करने में सबसे पहला व महत्वपूर्ण स्टेप है कक्षा 10वीं का इम्तिहान
कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षा का नतीजा 11वीं में पढ़ी जाने वाली स्ट्रीम का चुनाव करने में प्रथम पैरामीटर साबित होता है. 10वीं में किसी ख़ास विषय में आए आचे अंक कहीं न कहीं उस विषय में आपकी विशेष रूचि दर्शाते हैं जिससे आपको भविष्य में पढ़े जाने वाले फील्ड; साइंस, कॉमर्स या आर्ट्स स्ट्रीम का चुनाव करने में आसानी होती है. कक्षा 10वीं के दौरान विद्यार्थी उम्र के उस पड़ाव में पहुँच जाता है कि वह अपनी रुचियों व योग्यताओं को पहचानने लगता है और अपने भविष्य के लिए एक उपयुक्त निर्णय ले पाता है. 11वीं कक्षा में पढ़े जाने वाली स्ट्रीम अंत में आपको अपना पसंदीदा करियर अपनाने में मददगार साबित होती है. उदाहर्ण के लिए अगर आप अपना करियर मेडिकल फील्ड में बनाना चाहते हो तो 11वीं कक्षा में बायोलॉजी विषय पढ़ना आपके लिए अनिवार्य होगा जिसके लिए आपको योग्यता के तौर पर कक्षा 10वीं में साइंस के एग्जाम में अच्छे अंक प्राप्त करने होंगेl
इसके अलावा, लगभग सभी स्कूल कक्षा 11वीं में विभिन्न विषयों में एडमिशन देते समय विद्यार्थी द्वारा 10वीं की बोर्ड परीक्षा में हासिल किए अंकों को कंसिडर करते हैं. इसलिए यदि आपने साइंस स्ट्रीम में दाख़िला लेना का मन बना लिया था परन्तु कक्षा 10वीं की परीक्षा में आप उचित अंक प्राप्त नहीं कर पाए हो तो आपको अपना विचार बदलना पड़ सकता है. इस तरह कक्षा 10वीं का नतीजा निर्णय लेने की प्रक्रिया में अह्म भूमिका निभाता है.
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2. कक्षा 10वीं का नतीजा आपकी शैक्षणिक उपलब्धियों को दर्शाता है
कक्षा 10वीं में हासिल किए अंक आपके रिज्यूमे का महत्वपूर्ण हिस्सा बनते हुए आपकी अकादमिक उपलब्धियों को दूसरों के सामने दर्शाते हैं. बहुत से स्कूल व कॉलेज विद्यार्थियों को अपने यहाँ एडमिशन के लिए नामांकित करने के दौरान कक्षा 10वीं में अच्छे अंक हासिल करने वाले छात्रों को ख़ास तरजीह देते हैं. इस प्रकार 10वीं की बोर्ड परीक्षा में आने वाला अच्छा परिणाम विद्यार्थी के करियर निर्माण में विशेष योगदान देता है.
इसके अलावा कक्षा 10वीं के आधार पर लली जाने वाली प्रवेश परीक्षाओं व स्कॉलरशिप प्रोग्राम में रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए भी विद्यार्थी को 10वीं के बोर्ड परिणाम में न्यूनतम अंक हासिल होते हों.
3. विद्यार्थी दबाव व तनाव की स्थिति को नियंत्रण करना सीखते हैं
कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षा को देते हुए विद्यार्थी डर, दबाव व चिंता की स्थिति पर नियंत्रण रखना सीखते हैं और खुद को मानसिक रूप से मजबूत व स्थिर बनाते हैंl जब विद्यार्थी सफलतापूर्वक कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षा को उत्तीर्ण कर लेता है तो वह भविष्य में आने वाले हर मुश्किल से मुश्किल इम्तिहान का निडरता से सामना करने में खुद को सक्षम मानता है. दरअसल अपने जीवन के पहले सबसे महत्वपूर्ण इम्तिहान के लिए तैयारी के दौरान विद्यार्थी समय व तनाव को मैनेज करते हुए हर मुश्किल परिस्थिति में अपना बेहतरीन प्रदर्शन देना सीखता है.
10वीं की बोर्ड परीक्षा के दौरान, विद्यार्थी को अपने कम्फर्ट ज़ोन से बाहर निकलते हुए एक नए एग्जाम सेंटर में एग्जाम देने का मौका मिलता है. ऐसा एग्जाम जिसमें प्रश्न पत्र बनाने से लेकर उत्तर पुस्तिका को चेक करने तक की सभी प्रक्रियाएँ बोर्ड द्वारा नियुक्त अध्यापक करते हैं, जिससे आप अपनी परफॉरमेंस का बेहतर तरीके से मूल्यांकन कर पाते हो.
4. 10वीं की बोर्ड परीक्षा कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षा के लिए प्रे-रिहर्सल का काम करती है
10वीं की बोर्ड परीक्षा के बाद विद्यार्थी जीवन में अगला महत्वपूर्ण एग्जाम होता हिया 12वीं की बोर्ड परीक्षा. इसलिए 10वीं कक्षा के छात्रों के लिए बोर्ड परीक्षा आगे आने वाली 12वीं की बोर्ड परीक्षा के लिए एक ट्रायल माना जा सकता है. एक ऐसी परीक्षा देना जिसका फॉर्मेट सामान्य परीक्षाओं से बिलकुल अलग हो, जैसे कि नये एग्जाम सेंटर में नये छात्रों के साथ बैठकर बेहद सख्त निरिक्षण में परीक्षा देना आपको भविष्य में आने वाले हर अकादमिक चैलेंज के लिए दिमागी तौर पर मजबूत बनता है.
बेशक 10वीं के मुकाबले 12वीं कक्षा की पढ़ाई थोड़ी ज़्यादा मुश्किल होगी लेकिन कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षा का अनुभव आपको अगली महत्वपूर्ण परीक्षा की परिस्थिति से परिचित करवाती है जिससे आप अपनी 12वीं क्लास की परीक्षा देते हुए और ज़्यादा तैयार व कॉन्फिडेंट हो सकें और आपके करियर को प्रभावित करने वाली परीक्षा में बेहतरीन अंक प्राप्त कर सकें.
5. आपको दूसरे विद्यार्थियों की तुलना में अपना मूल्यांकन करने का मौका मिलता है
कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षा एक विद्यार्थी के लिए दूसरों की तुलना में अपना प्रदर्शन आंकने का बेहतरीन मौका देती है. इससे ना सिर्फ़ आपको अपने सहपाठियों बल्कि देश के अन्य 10वीं कक्षा के छात्रों के मुकाबले अपना स्टैंड पता चलता है कि आप किस पोजीशन में हो. क्योंकि बोर्ड परीक्षा राष्ट्रिय दर्जे पे होती है तो कक्षा 10वीं में आने वाला ख़राब नतीजा आपको आने परीक्षाओं के लिए बेहतर तैयारी करने के लिए एक wake-up call के रूप में लिया जा सकता है.
जबकि बेहतरीन अंकों से 10वीं की बोर्ड परीक्षा उत्तीर्ण करने पर विद्यार्थी में मनोबल बढ़ता है और जीवन में आगे आने वाली हर परीक्षा में सफ़लता पाने के लिए प्रोत्साहन भी मिलता है.
तो कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षा और इसके परिणाम के महत्त्व को जानने के बाद सभी छात्रों को आने वाले बोर्ड एग्जाम्स जो कि 5 मार्च, 2018 से शुरू हो रहे हैं, के लिए प्रभावशाली तरीके से तैयारी करने में जुट जाना चाहिए. हर तरह के दबाव व चिंता को दूर रखते हुए बस अपने बहतरीन प्रदर्शन पर ही ध्यान दें. आपकी सकारात्मक सिच व आत्मविश्वास परीक्षा में अच्छा परिणाम लाने के लिए काफी हैं.
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