कोस्टा रिका के खिलाफ सीमा मामले में निकारागुआ की जीत
Washington, United States
एक सर्वसम्मत फैसले में, अंतरराष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) ने निकारागुआ और कोस्टा रिका के बीच दक्षिण-पश्चिमी कैरीबियाई सागर में समुद्री सीमा निर्धारित कर दी है। इसमें विवादित जल और समुद्री सतह का तीन-चौथाई हिस्सा निकारागुआ को दिया गया है। अदालत का फैसला 16-0 मत के साथ दो फरवरी को हेग में दिया गया। निकारागुआ का प्रतिनिधित्व फोले हॉग, एलएलपी पार्टनर पॉल रीचेलर और लॉरेंस मार्टिन ने किया था। रीचेलर ने कहा, ‘जैसा कि हमेशा होता आया है, अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने विवाद का निपटारा न्यायसंगत तरीके से किया है। मामले की विशेष परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए कानूनी सिद्धांत को अच्छी तरह से पालन हुआ। हम यह निष्कर्ष पाकर अति प्रसन्न हुए कि निकारागुआ ने इसे विजय के रूप में मनाया।’ रीचेलर और मार्टिन ने पहले दक्षिण चीन सागर मामले में समुद्री अधिकारों को लेकर चीन के खिलाफ फिलीपींस को विजय दिलाने में महत्वपूर्ण प्रतिनिधित्व किया था। बहरहाल, नए मामले में 27,000 किलोमीटर से अधिक समुद्र और महाद्वीपीय पट्टी दांव पर थी और यहां प्राकृतिक संसाधन प्रचुर हैं। इसमें मछली से लेकर संभावित तेल और गैस के कुंए भी हैं। अब सीमा रेखा अदालत द्वारा निर्धारित की गई, जिसे दोनों ही देश मानने को बाध्य हैं, इससे निराकुआ के पक्ष में करीब 20,000 किलोमीटर का क्षेत्र आ गया। ऐसा करने के दौरान, अदालत ने कोस्टा रिका की दलील खारिज कर दी कि उसकी समुद्री सीमा की ‘अवतल आकृति’ के कराण उसकी समुद्री पहुंच छूट जाती है और इससे बचने के लिए सीमा रेखा उसके पक्ष में आनी चाहिए। उसने यह भी दलील दी कि निकारागुआ का कोर्न द्वीप के गुण काफी महत्वपूर्ण नहीं हैं और इसलिए सीमा निर्माण में इसकी अनदेखी की जानी चाहिए। अदालत द्वारा निर्धारित सीमा रेखा मुख्य रूप से निकारागुआ द्वारा प्रस्तावित ‘समरूपता रेखा’ का अनुसरण करती है। 16-0 के मत से अदालत ने प्रशांत महासागर में दोनों देशों के बीच समुद्री सीमा निर्धारित की। वहां, विवादित क्षेत्र छोटा था और दोनों पक्षों का प्रस्ताव था कि इसे समायोजित रूप से विभाजित किया जाए। हालांकि, निकारागुआ का तर्क था कि कठोर समायोजित रेखा अनुचित होगी, और अदालत इस पर सहमत हुई। उसने यह फैसला दिया कि निकारागुआ के पक्ष में रेखा को समायोजित किया जाना चाहिए। अदालत के फैसले में एक सुदूर क्षेत्र, सैन जुआन डी निकारागुआ नदी के 1.5 किलोमीटर का मुहाने भी रहा, जो कि दोनों देशों के बीच थल-सीमा का निर्माण करता है। विवादित क्षेत्र, जहां कोई नहीं रहता और जो अंतरराष्ट्रीय संरक्षित आंर्द्र भूमि का हिस्सा है, कोस्टा रिका को दिया गया। रीचेलर और मार्टिन के अलावा, निकारागुआ की कानूनी टीम में उसके अपने एजेंट, राजदूत कारलोस अर्गुलो गोम्ज और कानूनविद् एलेन पेलेट, वैगन लो, एंटोनियो रेमीरो और एलेक्स ओडु एल्फ्रिंक और ऑटर्नी बेंजामिन सेमसन और फोले हॉग के यूरि पार्कोमिनको शामिल थे। फोले हॉग एलएलपी के बारे में ज्यादा जानने के लिए देखें – foleyhoag.com businesswire.com पर सोर्स वर्जन देखें - http://www.businesswire.com/news/home/20180205005972/en/ |
सम्पर्क: फोले हॉग एलएलपी ऑड्रा कैलेनन, 617-832-7010 acallanan@foleyhoag.com घोषणा (अस्वीकरण): इस घोषणा की मूलस्रोत भाषा का यह आधिकारिक, अधिकृत रूपांतर है। अनुवाद सिर्फ सुविधा के लिए मुहैया कराए जाते हैं और उनका स्रोत भाषा के आलेख से संदर्भ लिया जा सकता है और यह आलेख का एकमात्र रूप है जिसका कानूनी प्रभाव हो सकता है। |

More News from Foley Hoag LLP |
||||||||||||||||
|
Similar News | ||||||||||||||||||||||||
|