अगरतला।
त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में माकपा आैर भाजपा के बीच हो रही चुनावी जंग पर सभी निगाहें टिकी है। त्रिपुरा में इस बार भाजपा आैर मापका के बीच जबरदस्त मुकाबला देखने को मिल रहा है। एेसे में नार्थ र्इस्ट में कभी उभरती ताकत रही तृणमूल कांग्रेस को अब आगामी विधानसभा चुनावों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिये संघर्ष करना पड़ रहा है।
राज्य की 60 विधानसभा सीटों पर पार्टी ने मात्र 24 सीटों में अपने उम्मीदवार उतारे हैं। तृणमूल के त्रिपुरा प्रभारी एवं पश्चिम बंगाल विधानसभा में विधायक सब्यसाची दत्ता ने बताया कि वह बेहद सकारात्मक हैं कि तृणमूल राज्य में उभरती ताकत बनेगी।
यह पूछे जाने पर कि क्या वह आश्वस्त हैं कि यह गठबंधन सत्ता में आयेगा, इस पर उन्होंने कहा, ‘‘देखते हैं कि क्या होता है। भाजपा की तरह हमारे पास धन की ताकत नहीं है लेकिन हम कड़ी टक्कर देने की कोशिश कर रहे हैं।’’
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने 18 फरवरी को होने वाले त्रिपुरा विधानसभा चुनाव के लिये इंडीजीनस नेशनलिस्ट पार्टी ऑफ त्विपरा (आईएनपीटी) एवं नेशनल कॉन्फ्रेंस ऑफ त्रिपुरा के साथ गठबंधन किया है।